उपायुक्त ने मैनुअल स्कैवेंजिंग कार्य में लगे लोगों को चिन्हित करने, सामाजिक सुरक्षा हेतु जिला स्तरीय समिति गठन का दिया निर्देश
समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में मैनुअल स्कैवेजिंग (हाथ से मैला ढोने की प्रथा) के उन्मूलन एवं इससे प्रभावित व्यक्तियों के पुनर्वास और सामाजिक सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई

उपायुक्त ने मैनुअल स्कैवेंजिंग कार्य में लगे लोगों को चिन्हित करने, सामाजिक सुरक्षा हेतु जिला स्तरीय समिति गठन का दिया निर्देश
जमशेदपुर- समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में मैनुअल स्कैवेजिंग (हाथ से मैला ढोने की प्रथा) के उन्मूलन एवं इससे प्रभावित व्यक्तियों के पुनर्वास और सामाजिक सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई
बैठक के दौरान उपायुक्त ने निर्देश दिया कि मैनुअल स्कैवेंजिंग कार्य में लगे लोगों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं उन्हें चिन्हित करने हेतु एक जिला स्तरीय समिति का गठन किया जाए, जो प्रभावित व्यक्तियों की पहचान, पुनर्वास, कल्याणकारी योजनाओं से आच्छादन एवं उनके जीवन स्तर में सुधार के लिए समन्वित प्रयास करेगी।
इस समिति के नोडल पदाधिकारी जिला कल्याण पदाधिकारी होंगे। साथ ही समिति में जिला पंचायत राज पदाधिकारी, नगर निकायों के पदाधिकारी जिला सांख्यिकी पदाधिकारी तथा नामित सदस्य भी शामिल किए जाएंगे।
उपायुक्त ने निर्देशित किया कि जिले में मैनुअल स्कैवेंजिंग से जुड़े या पूर्व में जुड़े रहे व्यक्तियों की अद्यतन सूची तैयार की जाए। ऐसे व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं (पेंशन, बीमा, कौशल विकास प्रशिक्षण, वैकल्पिक रोजगार इत्यादि) का लाभ त्वरित रूप से उपलब्ध कराया जाए। पुनर्वास कार्यों की निगरानी हेतु समिति समय-समय पर बैठक आयोजित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करे।
उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि मैनुअल स्कैवेंजिंग जैसी प्रथा पर पूर्ण प्रतिबंध है और इससे जुड़े व्यक्तियों के पुनर्वास तथा सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए गए