उपायुक्त के निर्देशानुसार नोडल पदाधिकारियों ने पंचायत भ्रमण कर विकास योजनाओं का किया निरीक्षण, सरकारी सेवाओं की उपलब्धता का लिया जायजा
सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं और सेवाओं की प्रभावशीलता को परखने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देशानुसार जिले के सभी प्रखंड और नगर निकाय के लिए नियुक्त नोडल पदाधिकारियों द्वारा प्रत्येक शनिवार को पंचायतों और वार्डों का दौरा कर योजनाओं की प्रगति और सेवाओं की वास्तविक स्थिति की समीक्षा की जाती है

उपायुक्त के निर्देशानुसार नोडल पदाधिकारियों ने पंचायत भ्रमण कर विकास योजनाओं का किया निरीक्षण, सरकारी सेवाओं की उपलब्धता का लिया जायजा
जमशेदपुर- सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं और सेवाओं की प्रभावशीलता को परखने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देशानुसार जिले के सभी प्रखंड और नगर निकाय के लिए नियुक्त नोडल पदाधिकारियों द्वारा प्रत्येक शनिवार को पंचायतों और वार्डों का दौरा कर योजनाओं की प्रगति और सेवाओं की वास्तविक स्थिति की समीक्षा की जाती है
इस अभियान के तहत आज उप विकास आयुक्त श्री नागेन्द्र पासवान ने जमशेदपुर सदर का लुआबासा पंचायत, अपर उपायुक्त श्री भगीरथ प्रसाद ने पटमदा में पटमदा पंचायत, एलआरडीसी धालभूम श्री गौतम कुमार ने पोटका का सोहदा, कार्यपालक दण्डाधिकारी श्री मृत्युंजय कुमार ने बोड़ाम का बोंटा, सुदीप्त राज ने घाटशिला में काशिदा, अमन कुमार ने मुसाबनी का सुरदा, डीएसओ ने डुमरिया में केन्दुआ, एसओआर ने धालभूगगढ़ का महुलीशोल, डीसीएलआर घाटशिला ने बहरागोड़ा में छोटा पारूलिया, निदेशक एनईपी ने गुड़ाबांदा में बालिजुड़ी, कार्यपालक दण्डाधिकारी श्री चंद्रजीत सिंह ने जमशेदपुर अक्षेस, जिला भू अर्जन पदाधिकारी ने मानगो नगर निगम, जिला परिवहन पदाधिकारी ने जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र का निरीक्षण किया
नोडल पदाधिकारियों ने आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय, स्वास्थ्य उपकेन्द्र, जन वितरण प्रणाली दुकान, मनरेगा कार्यस्थल और पंचायत भवनों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता तथा सार्वजनिक वितरण प्रणाली से संबंधित सुविधाओं की उपलब्धता, गुणवत्ता और नागरिकों तक इनकी पहुंच को परखा गया
इस निरीक्षण से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन निर्धारित मानकों के अनुरूप हो और लाभार्थियों को सुविधाएं समय पर तथा पारदर्शी तरीके से प्राप्त हों। यह प्रक्रिया एक नियमित अनुश्रवण अभ्यास है, जिसका उद्देश्य न केवल योजनाओं की समीक्षा करना है, बल्कि आवश्यकता पड़ने पर सुधारात्मक कदम उठाना भी है