स्कूली छात्रों और शिक्षकों का सीएसआईआर-एनएमएल दौरा सीएसआईआर जिज्ञासा वर्चुअल प्रयोगशाला परियोजना के तहत सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला जमशेदपुर द्वारा आयोजित
गम्हरिया इंग्लिश स्कूल गम्हरिया के 78 छात्रों ने सीएसआईआर-एनएमएल का दौरा किया। उनके साथ कुल चार शिक्षक थे

स्कूली छात्रों और शिक्षकों का सीएसआईआर-एनएमएल दौरा सीएसआईआर जिज्ञासा वर्चुअल प्रयोगशाला परियोजना के तहत सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला जमशेदपुर द्वारा आयोजित
जमशेदपुर- सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल), जमशेदपुर ने 4 जुलाई 2025 को स्कूली छात्रों और शिक्षकों के लिए प्रयोगशाला दौरा आयोजित किया ताकि स्कूली छात्रों में वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार की दुनिया से परिचित कराकर उनमें वैज्ञानिक जागरूकता को बढ़ावा दिया जा सके। यह कार्यक्रम सीएसआईआर-जिज्ञासा वर्चुअल प्रयोगशाला परियोजना के तहत आयोजित किया गया।
गम्हरिया इंग्लिश स्कूल गम्हरिया के 78 छात्रों ने सीएसआईआर-एनएमएल का दौरा किया। उनके साथ कुल चार शिक्षक थे
सुबह उदघाटन कार्यक्रम का आयोजन किया गया उदघाटन कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. संदीप घोष चौधरी (निदेशक, सीएसआईआर-एनएमएल) के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी उपस्थित लोगों का स्वागत किया और विभिन्न तकनीकी विकास और अग्रणी कार्यों के माध्यम से पिछले 82 वर्षों के गौरवशाली समय में हमारे राष्ट्र के विकास में सीएसआईआर के योगदान के बारे में संक्षेप में बताया। स्वागत भाषण के बाद डॉ. सरमिस्ता पालित सागर (विभागाध्यक्ष आईएमडीसी) ने सीएसआईआर-एनएमएल के महत्व और सीएसआईआर प्रयोगशाला में अनुसंधान और विकास गतिविधियों पर चर्चा की। उसके बाद डॉ. अनिमेष जना (वरिष्ठ वैज्ञानिक, आईएमडीसी) ने जिज्ञासा कार्यक्रम के उद्देश्य और इसकी विभिन्न गतिविधियों के बारे में बात की। कार्यक्रम में एएसी ब्रास मेल्टिंग, अर्बन ओर-रीसाइक्लिंग, सीआरईईपी और एनडीटी जैसी कुछ शोध प्रयोगशालाओं का दौरा शामिल था और इसमें कुछ DIY किट का प्रदर्शन भी शामिल था। इसके बाद छात्रों के लिए ऊर्जा साक्षरता विषय पर एक लोकप्रिय रोचक व्याख्यान श्रृंखला आयोजित की गई, जिसे डॉ. अनिमेष जना (वरिष्ठ वैज्ञानिक, आईएमडीसी) ने प्रस्तुत किया कार्यक्रम का समापन सभी उपस्थित लोगों द्वारा धन्यवाद ज्ञापन और समूह फोटोग्राफ के साथ हुआ कुल मिलाकर, छात्रों और शिक्षकों ने प्रयोगशाला भ्रमण और शोध गतिविधियों के प्रदर्शन के दौरान प्राप्त ज्ञानवर्धक अनुभव पर अपनी अत्यधिक संतुष्टि व्यक्त की।