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राज्यव्यापी भ्रष्टाचार, ध्वस्त कानून-व्यवस्था समेत खनिज संपदाओं की लूट और ज्वलंत मुद्दों पर जमशेदपुर महानगर के भाजपा कार्यकर्ताओं का चारों प्रखंड कार्यालय पर हल्ला बोल

झारखंड की झामुमो कांग्रेस और राजद गठबंधन सरकार में ध्वस्त विधि व्यवस्था, आकंठ भ्रष्टाचार, बुनियादी सुविधाओं का अभाव, गरीबों के पेंशन, किसानों के बकाए राशि, बेरोजगारी, पेसा कानून लागू कराने, भाषा विवाद को ठीक करने स्थानीय नीति, नियोजन नीति, बिगड़ी स्वास्थ्य व्यवस्था जैसे मुद्दे को लेकर सूबे की मुख्य विपक्षी दल भाजपा राज्य सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आयी है

राज्यव्यापी भ्रष्टाचार, ध्वस्त कानून-व्यवस्था समेत खनिज संपदाओं की लूट और ज्वलंत मुद्दों पर जमशेदपुर महानगर के भाजपा कार्यकर्ताओं का चारों प्रखंड कार्यालय पर हल्ला बोल, झामुमो-कांग्रेस और राजद गठबंधन सरकार पर जमकर बोला हमला

जमशेदपुर- झारखंड की झामुमो कांग्रेस और राजद गठबंधन सरकार में ध्वस्त विधि व्यवस्था, आकंठ भ्रष्टाचार, बुनियादी सुविधाओं का अभाव, गरीबों के पेंशन, किसानों के बकाए राशि, बेरोजगारी, पेसा कानून लागू कराने, भाषा विवाद को ठीक करने स्थानीय नीति, नियोजन नीति, बिगड़ी स्वास्थ्य व्यवस्था जैसे मुद्दे को लेकर सूबे की मुख्य विपक्षी दल भाजपा राज्य सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आयी है। आज भाजपा जमशेदपुर महानगर के हजारों कार्यकर्ताओं ने महानगर अंतर्गत जमशेदपुर पोटका, बोड़ाम एवं पटमदा प्रखंड कार्यालय पर आक्रोश-प्रदर्शन कर जमकर हल्ला बोला। भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा के नेतृत्व में महानगर अंतर्गत 22 मंडलों के हजारों कार्यकर्ताओं ने करनडीह स्थित जमशेदपुर प्रखंड कार्यालय पर हेमंत सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए एवं नारेबाजी किया एवं सरकार पर हमला बोला। इस दौरान व्याप्त भ्रष्टाचार खनिज संपदाओं की लूट, ध्वस्त विधि व्यवस्था एवं प्रखंड कार्यालय में हो रहे विभिन्न जनसमस्याओं व अन्य मुद्दों के साथ जमशेदपुर महानगर अंतर्गत विभिन्न मंडलों और जनहित की प्रमुख समस्याओं को दर्शाते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी को जिला उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपकर समुचित निदान की मांग की।

आक्रोश-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जमशेदपुर महानगर के जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन सरकार को आड़े हाथों लेते हुए जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नीति और नीयत दोनों में जनहित का अंश नहीं दिखता। यह सरकार सिर्फ घोषणाओं और झूठे सपनों की राजनीति करती है, जबकि ज़मीनी हकीकत कुछ और है। आज पूरे प्रदेश में ध्वस्त विधि व्यवस्था, आकंठ भ्रष्टाचार खनिज संसाधनों की लूट, हत्या, बलात्कार, और अपराधियों का राज कायम हो चुका है। आमजन असुरक्षित है, बहन-बेटियां डरी-सहमी हैं और अपराधी बेखौफ अपराध कर रहे हैं। कहा कि पूरे प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सेवाएं बदहाल हैं। स्कूलों में शिक्षक, अस्पतालों में डॉक्टर और दवाइयां नहीं है। ईलाज और एम्बुलेंस के अभाव में गरीब दम तोड़ने को मजबूर हैं। आयुष्मान भारत जैसी जनकल्याणकारी योजना को ठप्प कर सरकार ने गरीब जनता की पीठ में छुरा घोंपा है। आज गरीबों के वृद्धा, विधवा और दिव्यांग पेंशन महीनों से बंद हैं। महिलाएं मईयां सम्मान राशि के नाम पर ठगी जा रही हैं। किसानों को धान के नाम पर छलावा मिला है। खेती का समय सिर पर है और किसान अपने पैसे के लिए दर-दर भटक रहे हैं।

पूर्व जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने कहा कि पूरे राज्य में भ्रष्टाचार इस हद तक फैला है कि आज जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र से लेकर जमीन के म्यूटेशन तक के लिए दलालों की शरण में जाना पड़ता है। आवास योजना बंद पड़ी है, बिजली-पानी जैसी बुनियादी जरूरतें आज ठप हो गयी है। लोग अपने काम के लिए महीनों प्रखंड कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। राज्य सरकार की लुटरी मानसिकता और उदासीनता से पूरे प्रदेश में आक्रोश है।

आक्रोश प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिला परिषद सदस्य सह एसटी मोर्चा के प्रदेश मंत्री कुसुम पूर्ति ने कहा कि झामुमो-कांग्रेस की गठबंधन सरकार सभी मोर्चों पर पूरी तरह विफल है। झारखंड का नौजवान आज हताश-निराश और ठगा हुआ महसूस कर रहा है। जिस सरकार ने नौकरी के सपने दिखाए, उसी ने उनके सपनों का गला घोंट दिया है। हेमंत सोरेन ने युवाओं को रोजगार का झूठा सपना दिखाकर सत्ता हथियाई लेकिन पांच साल बाद भी न नौकरी मिली और न कोई ठोस नीति।

इस दौरान मंच संचालन जिला महामंत्री संजीव सिंह और धन्यवाद ज्ञापन जिला उपाध्यक्ष बबुआ सिंह ने किया।

इस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह, मनोज सिंह, अनिल सिंह, नीरज सिंह, बबुआ सिंह, रेणु शर्मा, अनिल मोदी, संजीव सिंह, शांति देवी, संजीव कुमार, कृष्णा शर्मा काली, सुबोध झा, प्रेम झा, अखिल सिंह, बिनोद सिंह, अमित अग्रवाल, नीतीश कुशवाहा, मंजीत सिंह, नीलू मछुआ, सागर राय, प्रदीप मुखर्जी, रमेश बास्के, सुमित शर्मा, किशोर ओझा, राम सिंह मुंडा, अमित मिश्रा, आनंद कुमार, अश्विनी तिवारी, हन्नु जैन, पप्पू उपाध्याय, विकास शर्मा, जीवन साहू, बबलू गोप, सूरज सिंह, युवराज सिंह, बजरंगी पांडेय, अजीत सिंह, प्रशांत पोद्दार, संजय तिवारी, बिनोद राय, रविन्द्र सिसोदिया, पवन सिंह, दीपक पाल, सूरज साह, संदीप शर्मा बौबी, सतवीर सिंह सोमू, धनुर्धर त्रिपाठी, बिनानंद सिरका, अशोक सामंत, ममता भूमिज, गणेश मुंडा, मारुतिनंदन पांडेय, लखी कौर समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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