22 जून को साकची गुरुद्वारा प्रधान पद का चुनाव करने का निर्णय
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह के अध्यक्षता में सीजीपीसी कार्यालय में एक बैठक संपन्न हुई जिसमें सभी गुरुद्वारा कमेटियों के प्रधान एवं महासचिव उपस्थित थे सर्वप्रथम बैठक में प्रधान भगवान सिंह ने साकची गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान पद के चुनाव को लेकर चल रही चुनाव प्रक्रिया की जानकारी दी बैठक में लगभग सभी का कहना था की जनहित एवं आपसी भाईचारे को ध्यान में रखते हुए 22 जून को होने वाला चुनाव अस्थाई रूप से स्थगित कर दिया जाए और दोनों पक्षों को एक बार फिर बैठ कर कोई बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की जाए

22 जून को साकची गुरुद्वारा प्रधान पद का चुनाव करने का निर्णय
जमशेदपुर- सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह के अध्यक्षता में सीजीपीसी कार्यालय में एक बैठक संपन्न हुई जिसमें सभी गुरुद्वारा कमेटियों के प्रधान एवं महासचिव उपस्थित थे सर्वप्रथम बैठक में प्रधान भगवान सिंह ने साकची गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान पद के चुनाव को लेकर चल रही चुनाव प्रक्रिया की जानकारी दी बैठक में लगभग सभी का कहना था की जनहित एवं आपसी भाईचारे को ध्यान में रखते हुए 22 जून को होने वाला चुनाव अस्थाई रूप से स्थगित कर दिया जाए और दोनों पक्षों को एक बार फिर बैठ कर कोई बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की जाए इस मौके पर सेंट्रल कमेटी के अधिकारियों से मिलने के लिए साकची कमेटी के कार्यकारी प्रधान निशान सिंह ट्रस्टी सतनाम सिंह सिद्धू एवं कन्वीनर सत्येंद्र सिंह रोमी बैठक में पहुंचे और 22 जून के चुनाव को रोकने की अनुरोध किया बैठक में सरस्वती से यह निर्णय लिया गया कि निशान सिंह एवं हरविंदर सिंह मंटू द्वारा अपने आप को अपने समर्थकों के सामने साकची का प्रधान घोषित किए जाने के निर्णय को सर्वप्रथम रद्द कर दिया गया बैठक में हरविंदर सिंह मंटू जोगिंदर सिंह जोगी अजीत गंभीर एवं अन्य को बुलाया गया और उन्हें हाउस के निर्णय से अवगत कराया और रजिस्टर में लिखित करवाई पर हस्ताक्षर करने को कहा गया हरविंदर सिंह मंटू ने बड़ा दिल दिखाते हुए सीजीपीसी द्वारा लिए गए निर्णय को मानते हुए अपने हस्ताक्षर कर दिए साथी जोगिंदर सिंह योगी एवं मनजीत सिंह गंभीर का भी दशखत करवाया गया परंतु इसी दौरान निशांन सिंह रजिस्टर पर हस्ताक्षर किए बगैर वापस चले गए सभी कमेटियों का कहना था कि जब हरविंदर सिंह मंटू मान गए हैं तो निशांन सिंह को भी हस्ताक्षर करना चाहिए इस दौरान ट्रस्टी सतनाम सिंह सिद्धू और सत्येंद्र सिंह रोमी ने हाउस में कहा कि हम लोग निशान सिंह को वापस लेकर आते हैं और उनका हस्ताक्षर करवाते हैं परंतु निशांन सिंह ने उनकी भी बात नहीं मानी और वह दोबारा बैठक में नहीं आए निशांन सिंह का रवैया देखकर मजबूर होकर सभी गुरुद्वारा कमेटीयो की सहमति से निर्णय लिया गया कि 22 जून को चुनाव करवा दिया जाए येही उचित होगा और सर्वसमिति से 22 जून को साकची गुरुद्वारा में सुबह 8 से 4 बजे तक गुप्त मतदान करवाने का निर्णय लिया गया
बैठक में सेंट्रल गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान भगवान सिंह के अलावा पटना साहब के महासचिव इंद्रजीत सिंह चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह गुरमीत सिंह नरेंद्र पाल सिंह चंचल सिंह महासचिव अमरजीत सिंह गुरु चरण सिंह बिल्ला गुरनाम सिंह बेदी अमरजीत सिंह भामरा महेंद्र पाल सिंह परमजीत सिंह रोशन अवतार सिंह अमरीक सिंह परविंदर सिंह सोहल सुखविंदर सिंह सुखविंदर सिंह राजू सुरजीत सिंह लखविंदर सिंह सुखदेव सिंह बिट्टू सरबजीत सिंह ग्रेवाल सरबजीत सिंह जसवंत सिंह जसु गुरदीप सिंह लाडी मलकीत सिंह गुरचरण सिंह शेखर सुखवंत सिंह सुक्कू हरदीप सिंह चनिया गुरजिंदर सिंह पिंटू प्रकाश सिंह सुखदेव सिंह जोगां सिंह समेत लगभग सभी गुरुद्वारा कमेटियों के पदाधिकारी उपस्थित थे