मईयां सम्मान योजना में इस महीने भी रोकी गई हजारों महिलाओं की किस्त
पूर्वी सिंहभूम जिले में इस महीने भी 57 हजार महिलाओं को झारखंड मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना की राशि नहीं मिलेगी। इन महिलाओं को इस महीने की भी किस्त देने पर रोक लगा दी गई है। यह वह महिलाएं हैं जिन्हें इस साल अब तक किसी महीने की किस्त नहीं मिली है। इसकी वजह यह है कि इन महिलाओं के खिलाफ जांच चल रही है। इनके आवेदन में लगे दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। जांच अभी जारी है

मईयां सम्मान योजना में इस महीने भी रोकी गई हजारों महिलाओं की किस्त
जमशेदपुर – पूर्वी सिंहभूम जिले में इस महीने भी 57 हजार महिलाओं को झारखंड मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना की राशि नहीं मिलेगी। इन महिलाओं को इस महीने की भी किस्त देने पर रोक लगा दी गई है। यह वह महिलाएं हैं जिन्हें इस साल अब तक किसी महीने की किस्त नहीं मिली है। इसकी वजह यह है कि इन महिलाओं के खिलाफ जांच चल रही है। इनके आवेदन में लगे दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। जांच अभी जारी है
गौरतलब है कि झारखंड मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत आई है। इनमें से अधिकतर शिकायतें पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका से रहीं। यहां के कुछ गांवों से शिकायत है कि यहां मुस्लिम आबादी कम है और लाभुकों की संख्या अधिक। इसके अलावा, बंगाल के लाभुकों का यहां नाम दर्ज होने की भी शिकायत रही। इसके बाद ही प्रशासन योजना के लाभुकों की जांच करा रहा है जांच में पाया गया है कि कई लाभुक एक ही बैंक खाते में किस्त ले रहे हैं। इनसे अपने बैंक खाते अलग करने को कहा गया है।
जिले की 20 हजार महिलाओं को एक साथ 10 हजार रुपये
20 हजार महिलाओं के खाते में एक साथ 10 हजार रुपये की रकम भेजी जा रही है। यह रकम इन महिलाओं के खाते में झारखंड मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना के तहत भेजी जाएगी। इन 20 हजार महिलाओं को योजना में योग्य लाभुक के तौर पर चिह्नित किया गया है। इसीलिए इनके खाते में इस महीने एक साथ 10 हजार रुपये की रकम भेजी जा रही है। इसके अलावा जिले में सामाजिक सुरक्षा कोषांग की तरफ से योजना के संदिग्ध लाभुकों की जांच जारी है। जिले में जिन 20 हजार महिलाओं को एक साथ 10 हजार रुपये भेजे जा रहे हैं, ये महिलाएं भी संदिग्ध लाभुकों की सूची में थीं। तब जिला प्रशासन ने सरकार के निर्देश पर इन महिलाओं को किस्त भेजने का काम रोक दिया था। इन महिलाओं को जनवरी, फरवरी और मार्च यानी तीन महीने की किस्त नहीं भेजी गई थी। इसके अलावा, अन्य सभी महिलाओं के खाते में तीन महीने की किस्त के तौर पर प्रति लाभुक 7500 रुपये भेजे गए थे। मगर, जिला प्रशासन की तरफ से इन महिलाओं की जांच पूरी हो चुकी है। इन 20 हजार महिलाओं के आवेदन में लगाए गए सारे दस्तावेज असली पाए गए हैं। इसके बाद सरकार की तरफ से इन महिलाओं को योजना की किस्त देने का आदेश जारी कर दिया गया है। इसी के बाद इन महिलाओं को इस बार एक साथ चार महीने की किस्त भेजी जा रही है। चार महीने की किस्त के तौर पर एक साथ 10 हजार रुपये महिलाओं के खाते में जाएंगे
77 हजार लाभुकों की रोक दी गई थी किस्त
जिले में झारखंड मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना की दो लाख 64 हजार लाभुक हैं। इनमें से 77 हजार लाभुक संदिग्ध पाई गई थीं। इनके खिलाफ जांच की गई। यह जांच अभी भी चल रही है। 20 हजार लाभुकों की जांच पूरी हो गई है। 57 हजार लाभुकों की जांच अभी बाकी है। अधिकारियों का कहना है कि इस जांच को पूरा करने में अभी दो महीने का समय लग सकता है। तब तक इन 57 हजार लाभुकों को योजना की किस्त नहीं मिलेगी। इन 57 हजार महिलाओं को जनवरी के बाद से अब तक एक भी किस्त नहीं मिली है। इस तरह, यह महिलाएं जनवरी, फरवरी, मार्च और अप्रैल यानी चार किस्तों से वंचित हैं।
कार्यालय का चक्कर काट रही महिलाएं
यह महिलाएं लगातार सामाजिक सुरक्षा कोषांग का चक्कर काट रही हैं। इन महिलाओं के दस्तावेज की जांच की जा रही है। इसके अलावा, इन महिलाओं का खाता केवाईसी नहीं है। येही नहीं कई महिलाएं ऐसी हैं जिन्होंने अपना अलग से बैंक खाते का नंबर विभाग को नहीं दिया है। इसके पहले इन लाभुकों की रकम जिन बैंक खातों में जाती थी, उसमें किसी अन्य महिला की किस्त भी भेजी जाती थी। यानी, एक बैंक खाते में दो से तीन महिला लाभुकों की किस्त भेजी जाती थी जांच के बाद इस बात का खुलासा होने पर इन महिलाओं को नोटिस जारी किया गया था। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने महिलाओं के लिए साल 2024 में झारखंड मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना शुरू की थी। पहले इस योजना के तहत एक हजार प्रतिमाह मिलते थे। बाद में इसकी राशि बढ़ा कर 2500 रुपये प्रतिमाह कर दी गई थी। अब लाभुक महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपये मिल रहे हैं।