साकची गुरूद्वारा का चुनाव हरविंदर सिंह मंटू ने संगत के समर्थन से फ़िर प्रधान पद पर की वापसी
साकची गुरुद्वारा साहिब में एक बार फिर से हरविंदर सिंह मंटू ने धमाकेदार वापसी की है. दरअसल बीते दिनों चुनाव समिति (ट्रस्टीयों) का फैसला आया था जहां निशान सिंह को अगले तीन वर्षों के लिए साकची गुरुद्वारा का प्रधान घोषित कर दिया गया था. आज इसके विरोध में हरविंदर सिंह मंटू अपने समर्थकों के साथ साकची गुरुद्वारा साहिब पहुंचे . जहां गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथि द्वारा अरदास की गई एवं हरविंदर सिंह मंटू को सरोपा देकर सम्मानित किया गया

साकची गुरूद्वारा का चुनाव हरविंदर सिंह मंटू ने संगत के समर्थन से फ़िर प्रधान पद पर की वापसी
जमशेदपुर – साकची गुरुद्वारा साहिब में एक बार फिर से हरविंदर सिंह मंटू ने धमाकेदार वापसी की है. दरअसल बीते दिनों चुनाव समिति (ट्रस्टीयों) का फैसला आया था जहां निशान सिंह को अगले तीन वर्षों के लिए साकची गुरुद्वारा का प्रधान घोषित कर दिया गया था. आज इसके विरोध में हरविंदर सिंह मंटू अपने समर्थकों के साथ साकची गुरुद्वारा साहिब पहुंचे . जहां गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथि द्वारा अरदास की गई एवं हरविंदर सिंह मंटू को सरोपा देकर सम्मानित किया गया
अगले तीन वर्षों के लिए निर्विरोध प्रधान चुने गए हरविंदर सिंह मंटू
वहीं 200 से ज़्यादा समर्थकों की मौजूदगी में हरविंदर सिंह मंटू को अगले तीन वर्षों 2025- 2028 के लिए निर्विरोध चुना गया। संवाददाताओं से बातचीत करने के क्रम में जोगिंदर सिंह जोगी ने कहा कि निशान सिंह को चोरी छिपे एक तरफा प्रधान चुना गया एवं आज हरविंदर सिंह मंटु को तमाम संगत का समर्थन प्राप्त है अब इनकी देखरेख में गुरु घर के कार्य अच्छी तरह सफल होंगे.
मंटू के समर्थकों ने निकाला विजय जुलूस
हरविंदर सिंह मंटु की जीत की खुशी में एक विजय जुलूस जो कि साकची गुरुद्वारा साहिब से निकला जो रिफ्यूजी मार्केट होते हुए झंडा चौक से वापस अपने कार्यालय बसंत टॉकीज आया. साथ साथ आपको यह भी बताते चलें कि दअरसल साकची गुरुद्वारा चुनाव समिति के संयोजक सतिंदर सिंह रोमी ने फैसला देते हुए निशान सिंह को अगले तीन वर्षों के लिए एक तरफा प्रधान घोषित कर दिया था. जिसका हरविंदर सिंह मंटू गुट ने भारी विरोध किया था.
ईमानदारी से गुरु घर की सेवा करता रहूंगा
वहीं हरविंदर सिंह मंटू ने अपने वक्तव्य में कहा कि मैं चंद लोगों के बजाय समूह संगत के समर्थन से प्रधान बना हूं जिस प्रकार मैं पहले कार्य करते आया हूं उसी प्रकार आगे भी ईमानदारी से गुरु घर की सेवा करूंगा.