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उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई पथ निर्माण, ग्रामीण कार्य एवं ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल की समीक्षात्मक बैठक, कार्य प्रगति की समीक्षा कर दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी सड़कों की गुणवत्ता का सतत निरीक्षण हो एवं कार्य की धीमी गति पर जवाबदेही तय की जाए। उन्होंने लंबित परियोजनाओं की रिपोर्ट तलब करते हुए ससमय निर्माण पूर्ण करने के निर्देश पथ निर्माण के कार्यपालक अभियंता को दिए

उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई पथ निर्माण, ग्रामीण कार्य एवं ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल की समीक्षात्मक बैठक, कार्य प्रगति की समीक्षा कर दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

जमशेदपुर- समाहरणालय सभागार में उपायुक्त  कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में पथ निर्माण विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग तथा ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। उप विकास आयुक्त  अनिकेत सचान, जिला योजना पदाधिकारी  मृत्युंजय कुमार और संबंधित विभागों के कार्यपालक अभियंता बैठक में उपस्थित रहे। बैठक में जिलान्तर्गत चल रही विभिन्न अधोसंरचनात्मक परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करते हुए कार्य प्रगति की जानकारी ली गई । उपायुक्त ने कहा कि लंबित योजनाओं के कारणों की स्पष्ट समीक्षा कर ठोस समाधान सुनिश्चित करें। किसी भी स्तर पर लापरवाही या गुणवत्ताहीन निर्माण पाए जाने पर दोषी एजेंसी अथवा अभियंता के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी

बैठक में निर्माणाधीन सड़कों की अद्यतन स्थिति प्रस्तुत की गई। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी सड़कों की गुणवत्ता का सतत निरीक्षण हो एवं कार्य की धीमी गति पर जवाबदेही तय की जाए। उन्होंने लंबित परियोजनाओं की रिपोर्ट तलब करते हुए ससमय निर्माण पूर्ण करने के निर्देश पथ निर्माण के कार्यपालक अभियंता को दिए । ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा में पीएमजीएसवाई PMGSY, लघु पुल-पुलिया निर्माण, तथा सड़क सुदृढ़ीकरण योजनाओं पर अद्यतन जानकारी दी गई। उपायुक्त ने ग्रामीण कार्य विभाग को ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क मार्गों को सुलभ एवं चालू हालत में बनाए रखने पर जोर दिया। पानी जल निकासी की समुचित व्यवस्था के साथ-साथ गार्डवाल एवं ड्रेनेज सिस्टम को भी डिज़ाइन में प्राथमिकता देने को कहा गया।

ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल द्वारा समुदाय भवन निर्माण, अतिरिक्त कक्षा-कक्ष, आंगनबाड़ी केंद्रों, पेयजल टावर आदि से संबंधित योजनाओं की जानकारी साझा की गई। उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिया कि निर्माण कार्यों में स्थानीय आवश्यकताओं एवं भौगोलिक परिस्थितियों का ध्यान रखा जाए। जवाबदेही तय करने, समय-सीमा का पालन करने तथा गुणवत्ता की निगरानी के लिए कार्यस्थल पर सूचना बोर्ड, फोटो अपलोडिंग एवं जियो टैगिंग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।

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