मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एक डिम्ब यूनिवर्सिटी है जो इंडिया रैंकिंग 2025 में तृतीय स्थान प्राप्त किया
मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन, एक डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी है, जिसने अपनी उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धि के कारण इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस का दर्जा प्राप्त किया है, ने पहली बार एनआईआरएफ इंडिया रैंकिंग 2025 में "विश्वविद्यालय" श्रेणी में शीर्ष तीन में जगह बनाई है। यह पहली बार है जब किसी निजी संस्थान ने इस श्रेणी में शीर्ष तीन में प्रवेश किया है

मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एक डिम्ब यूनिवर्सिटी है जो इंडिया रैंकिंग 2025 में तृतीय स्थान प्राप्त किया
जमशेदपुर – मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन, एक डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी है, जिसने अपनी उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धि के कारण इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस का दर्जा प्राप्त किया है, ने पहली बार एनआईआरएफ इंडिया रैंकिंग 2025 में “विश्वविद्यालय” श्रेणी में शीर्ष तीन में जगह बनाई है। यह पहली बार है जब किसी निजी संस्थान ने इस श्रेणी में शीर्ष तीन में प्रवेश किया है।
विश्वविद्यालय रैंकिंग में माहे का तीसरे स्थान पर आना 2024 की चौथी रैंक से एक उल्लेखनीय सुधार है। विभिन्न मापदंडों में, जिसमें अनुसंधान में इसका प्रदर्शन भी शामिल है, संस्थान की उत्कृष्ट प्रदर्शन ने इस उपलब्धि में योगदान दिया। इसके कई घटक कॉलेजों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया I राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा सालाना जारी की जाने वाली एनआईआरएफ रैंकिंग, पांच मुख्य मापदंडों पर संस्थानों का मूल्यांकन करती है: शिक्षण, शिक्षण और संसाधन (Teaching, Learning & Resources), अनुसंधान और व्यावसायिक अभ्यास (Research & Professional Practice), स्नातक परिणाम (Graduation Outcomes), आउटरीच और समावेशिता (Outreach & Inclusivity), धारणा (Perception)
2015 में पहली बार शुरू की गई ये रैंकिंग, छात्रों के लिए अपनी उच्च शिक्षा के बारे में सूचित निर्णय लेने और संस्थानों के लिए दूसरों के मुकाबले अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए एक पारदर्शी उपकरण के रूप में काम करती हैं।
माहे का इतिहास और बुनियादी ढाँचा
मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन (MAHE) एक स्व-वित्तपोषित उच्च शिक्षण संस्थान है जिसने 1953 में पहले स्व-वित्तपोषित मेडिकल कॉलेज की स्थापना के साथ अपना संचालन शुरू किया। जून 1993 में, भारत सरकार द्वारा इस समूह को एक डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी घोषित किया गया। अपने उत्कृष्ट शैक्षणिक रिकॉर्ड, बुनियादी ढांचे और अनुसंधान योगदान के कारण अक्टूबर 2020 में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा इसे इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी (IoE) घोषित किया गया। माहे में 60 से अधिक देशों के 35,000 से अधिक छात्र रहते हैं और अध्ययन करते हैं, साथ ही लगभग 3000 से अधिक संकाय और 10,000 से अधिक अन्य सहायक कर्मचारी भी हैं। संस्थान में अत्याधुनिक सुविधाएं हैं, जैसे सिमुलेशन लैब, इनोवेशन सेंटर, एशिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य विज्ञान पुस्तकालय, और दुनिया के सबसे अच्छे एनाटॉमी संग्रहालयों में से एक। माहे के भारत में मैंगलोर, बेंगलुरु, और जमशेदपुर में ऑफ-कैंपस हैं, और दुबई (यूएई) में एक ऑफ-शोर कैंपस है। जमशेदपुर कैंपस में मेडिकल और एलाइड और हेल्थकेयर प्रोफेशन प्रोग्राम उपलब्ध हैं।
विश्व स्तरीय सुविधाएँ और शैक्षिक उत्कृष्टता
MAHE के हर संस्थान में विश्व स्तरीय सुविधाएँ और शिक्षण पद्धति (पेडागॉजी) है, जिनकी समीक्षा और सुधार लगातार किया जाता है। वर्तमान में, MAHE भारत और विदेशों में अपने 31 से अधिक शैक्षणिक क्षेत्रों में स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट स्तर के लगभग 300 से अधिक कार्यक्रम प्रदान करता है। MAHE एक आईएसओ 9001:2015, 14001:2015 और 50001:2018 प्रमाणित डीम्ड यूनिवर्सिटी है। इसे 2007-2008 में प्रतिष्ठित आईएमसी रामकृष्ण बजाज नेशनल क्वालिटी अवार्ड और इंटरनेशनल एशिया पैसिफिक क्वालिटी अवार्ड भी मिल चुका है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में छह दशकों से अधिक के अनुभव के साथ, मणिपाल ग्रुप भारत में सिक्किम और जयपुर के अलावा मलेशिया और कैरेबियन में एंटीगुआ में भी कैंपस संचालित करता है।