स्वयं सहायता समूहों की सक्रिय दीदियों हेतु नगर भवन सभागार में एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन
नगर भवन सभागार सरायकेला में स्वयं सहायता समूहों (SHG) की सक्रिय दीदियों के सशक्तिकरण, क्षमता विकास एवं उनकी प्रभावी सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया

स्वयं सहायता समूहों की सक्रिय दीदियों हेतु नगर भवन सभागार में एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन
सरायकेला खरसावां- आज नगर भवन सभागार सरायकेला में स्वयं सहायता समूहों (SHG) की सक्रिय दीदियों के सशक्तिकरण, क्षमता विकास एवं उनकी प्रभावी सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया
कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त सरायकेला-खरसावां नितिश कुमार सिंह, उप विकास आयुक्त रीना हांसदा एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया
इस अवसर पर जिले के विभिन्न प्रखंडों से चयनित सक्रिय दीदियों ने सहभागिता की कार्यशाला के माध्यम से उन्हें वित्तीय साक्षरता, उद्यमिता विकास, आजीविका संवर्धन योजनाओं, विपणन तकनीकों एवं बैंकिंग सेवाओं से संबंधित जानकारी प्रदान की गई
कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के वरीय एवं सहायक पदाधिकारियों द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई तथा योजनाओं से लाभान्वित होने एवं आवेदन की प्रक्रिया के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी देकर दीदियों को प्रेरित किया गया
उपायुक्त नितिश कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि स्वयं सहायता समूह आजीविका संवर्धन एवं सामाजिक परिवर्तन के सशक्त माध्यम हैं। समूहों के माध्यम से स्वरोजगार को बढ़ावा देते हुए ऐसी गतिविधियों का चयन किया जाए जिससे समूह की आय में निरंतर वृद्धि हो सके।
उन्होंने वर्ष में कम से कम एक लाख रुपये अथवा उससे अधिक की वार्षिक आय प्राप्त करने हेतु लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करने की बात कही। साथ ही उन्होंने कृषि, पशुपालन,खाद्य प्रसंस्करण, पैकेजिंग मिल संचालन, दीदी कैफे,राशन दुकान, सिलाई-कढ़ाई आदि क्षेत्रों में प्रस्ताव तैयार कर जिला प्रशासन से सहयोग प्राप्त करने हेतु प्रोत्साहित किया
उपायुक्त ने दीदियों को अपने क्षेत्र में नोडल दीदी के रूप में कार्य करते हुए सामाजिक जागरूकता फैलाने, सरकारी योजनाओं की जानकारी अन्य महिलाओं तक पहुंचाने एवं महिला सशक्तिकरण की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने का आहवान किया
इस क्रम में उपायुक्त द्वारा सभी BPM को आजीविका संसाधन केंद्र के लिए प्रस्ताव तैयार करने, प्रत्येक ग्राम में SHG/FPO/CLF के माध्यम से राशन दुकान संचालन सुनिश्चित कराने तथा प्रत्येक प्रखंड में दीदी कैफे संचालन हेतु उपयुक्त स्थान एवं समूह चिन्हित करने के निर्देश दिए गए।
कार्यक्रम के अंत में उपायुक्त द्वारा दीदियों से संवाद स्थापित कर क्षेत्रीय समस्याओं की जानकारी प्राप्त की गई। इस दौरान दीदियों द्वारा पेंशन पुनः प्रारंभ करने, मनरेगा अंतर्गत वीरसा हरित ग्राम योजना एवं बागवानी कार्यों में लाभ प्राप्त न होने तथा मुख्यमंत्री मइया सम्मान योजना का लाभ कई महिलाओं को नहीं मिलने संबंधी विषयों को साझा किया गया
इन सभी मुद्दों पर उपायुक्त ने उप विकास आयुक्त को आवश्यक जांचोपरांत यथोचित कार्रवाई सुनिश्चित करने एवं संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर सभी दीदियों को सरकारी कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने हेतु निर्देशित किया।