सीएसआईआर-‘जिज्ञासा वर्चुअल प्रयोगशाला कार्यक्रम’ के अंतर्गत सेंट जोसेफ़ कॉन्वेंट हाईस्कूल घाटशिला के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों का सीएसआईआर-एनएमएल भ्रमण
सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल), जमशेदपुर में सेंट जोसेफ कॉन्वेंट हाई स्कूल, घाटशिला के 86 छात्रों और 7 शिक्षकों के लिए प्रयोगशाला भ्रमण का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य वैज्ञानिक जागरूकता बढ़ाना और छात्रों को वैज्ञानिक अनुसंधान एवं नवाचार की दुनिया से अवगत कराना था। यह कार्यक्रम सीएसआईआर–जिज्ञासा वर्चुअल लेबोरेटरी परियोजना के अंतर्गत आयोजित किया गया

सीएसआईआर-‘जिज्ञासा वर्चुअल प्रयोगशाला कार्यक्रम’ के अंतर्गत सेंट जोसेफ़ कॉन्वेंट हाईस्कूल घाटशिला के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों का सीएसआईआर-एनएमएल भ्रमण
जमशेदपुर- सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल), जमशेदपुर में सेंट जोसेफ कॉन्वेंट हाई स्कूल, घाटशिला के 86 छात्रों और 7 शिक्षकों के लिए प्रयोगशाला भ्रमण का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य वैज्ञानिक जागरूकता बढ़ाना और छात्रों को वैज्ञानिक अनुसंधान एवं नवाचार की दुनिया से अवगत कराना था। यह कार्यक्रम सीएसआईआर–जिज्ञासा वर्चुअल लेबोरेटरी परियोजना के अंतर्गत आयोजित किया गया।
सुबह में उदघाटन सत्र का आयोजन किया गया कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. संदीप घोष चौधुरी, निदेशक, सीएसआईआर-एनएमएल के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और संक्षेप में बताया कि सीएसआईआर-एनएमएल ने बीते 75 वर्षों में विभिन्न तकनीकी विकास और अग्रणी कार्यों के माध्यम से राष्ट्र की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
स्वागत भाषण के पश्चात, डॉ. शर्मिष्ठा सागर (मुख्य वैज्ञानिक एवं प्रभारी, आईएमडीसी) ने सीएसआईआर-एनएमएल के महत्व और इसके अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों में योगदान पर प्रकाश डाला।
इसके बाद, डॉ. अनीमेष जना (वरिष्ठ वैज्ञानिक, आईएमडीसी) ने जिज्ञासा कार्यक्रम के उद्देश्यों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कार्यक्रम की उस दृष्टि को समझाया जिसके तहत विद्यालयी छात्रों में वैज्ञानिक जिज्ञासा को प्रोत्साहित किया जाता है और वैज्ञानिकों व युवाओं के बीच संबंधों को सशक्त बनाया जाता है।
कार्यक्रम के अंतर्गत छात्रों एवं शिक्षकों ने विभिन्न अनुसंधान प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया, जिनमें अनुप्रयुक्त एवं विश्लेषणात्मक रसायन विभाग, क्रीप परीक्षण सुविधा, धातुओं की नॉन-डिस्ट्रक्टिव टेस्टिंग, ई-वेस्ट रीसाइक्लिंग, पीतल गलाना तथा डीआईवाई किट के प्रदर्शन शामिल थे। कार्यक्रम का समापन आभार प्रदर्शन एवं सामूहिक फोटोग्राफी के साथ हुआ। कुल मिलाकर, छात्रों और शिक्षकों ने इस प्रयोगशाला भ्रमण और अनुसंधान गतिविधियों के प्रदर्शन से प्राप्त अनुभव पर गहरी संतुष्टि व्यक्त की।