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धर्म रक्षीणी पौरोहित्य महासंघ की ओर से महासंघ के वेद अध्ययन अनुशीलन केन्द्र, साकची में भाद्रपद शुक्लपूर्णिमा को लगने वाले खग्रास चंद्रग्रहण पितृपक्ष में पितरों के निमित्त होने वाले तर्पण, जीवित्पुत्रिका व्रत एवं शारदनवरात्र के विषय में परामर्श बैठक हुई

महासंघ के अध्यक्ष पं0 विपिन कुमार झा ने अपने संवोधन में कहा कि यह खग्रास चंद्रग्रहण भारत के सभी हिस्सों में दिखाई देगा। यह ग्रहण सम्पूर्ण भारत में प्रारम्भ से अन्त तक देखा जा सकेगा। भारतीय मानक समयानुसार जमशेदपुर में ग्रहण का प्रारम्भ दिनांक 07/09/2025 रविवार रात्रि में 9 बजकर 44 मिनट पर, मध्य 11 बजकर 28 मिनट पर तथा मोक्ष रात्रि 1 बजकर 14 मिनट पर होगा। ग्रहण का स्पर्श, मध्य एवं मोक्ष पूरे भारत में दिखाई देगा। चंद्रग्रहण का सूतक स्पर्श से 9 घंटे पहले लगता है सूतक काल से ग्रहण मोक्ष तक बालक, वृद्ध और रोगी को छोड़कर सबके लिए भोजन वर्जित है

जमशेदपुर- आज धर्म रक्षीणी पौरोहित्य महासंघ की ओर से महासंघ के वेद अध्ययन अनुशीलन केन्द्र, साकची में भाद्रपद शुक्लपूर्णिमा को लगने वाले खग्रास चंद्रग्रहण पितृपक्ष में पितरों के निमित्त होने वाले तर्पण, जीवित्पुत्रिका व्रत एवं शारदनवरात्र के विषय में परामर्श बैठक हुई जिसमें जमशेदपुर के विभिन्न स्थानों के आचार्यगण उपस्थित हुए। सभा का श्रीगणेश सामुहिक भद्रपाठ से प्रारंभ हुआ।

महासंघ के अध्यक्ष पं0 विपिन कुमार झा ने अपने संवोधन में कहा कि यह खग्रास चंद्रग्रहण भारत के सभी हिस्सों में दिखाई देगा। यह ग्रहण सम्पूर्ण भारत में प्रारम्भ से अन्त तक देखा जा सकेगा। भारतीय मानक समयानुसार जमशेदपुर में ग्रहण का प्रारम्भ दिनांक 07/09/2025 रविवार रात्रि में 9 बजकर 44 मिनट पर, मध्य 11 बजकर 28 मिनट पर तथा मोक्ष रात्रि 1 बजकर 14 मिनट पर होगा। ग्रहण का स्पर्श, मध्य एवं मोक्ष पूरे भारत में दिखाई देगा। चंद्रग्रहण का सूतक स्पर्श से 9 घंटे पहले लगता है सूतक काल से ग्रहण मोक्ष तक बालक, वृद्ध और रोगी को छोड़कर सबके लिए भोजन वर्जित है। मंदिर का कपाट भी मोक्ष काल तक बंद रहेगा। सूतक से ग्रहण मोक्ष पर्यन्त भगवन्नाम जप आदि देव-देवी स्पर्श को छोड़कर अवश्य करना चाहिए। महासंघ के सचिव आचार्य उमेश कुमार तिवारी “ज्योतिषी” ने जीवितपुत्रिका व्रत एवं नवरात्र के सम्बंध में बताया कि जीवित्पुत्रिका व्रतोपवास 14 सितम्बर 2025 रविवार को होगा। जीवित्पुत्रिका व्रत का पारणा 15 सितम्बर 2025 सोमवार को प्रातः 6 बजकर 26 मिनट के बाद होगा।
दिनांक 22/09/2025 सोमवार से नवमी पर्यंत नवरात्र 01/10/2025 बुधवार तक शक्ति आराधना के रूप में मनाया जाएगा। दशमी तिथि तथा श्रवण नक्षत्र के योग में विजयादशमी 02/10/2025 गुरुवार को मनाया जायेगा।

सभा में मुख्य रूप से संघ के उपाध्यक्ष पं0 राम अवधेश चौबे, प्रवक्ता पं0 मुन्ना पाण्डेय, पं0 सत्येंद्र पाण्डेय, पं0 कर्नेश मिश्र, पं0 शंकर मिश्र, पं0 अभिषेक कुमार झा, पं0 बापी मुखर्जी, पं0 परशुराम पाण्डेय, पं0 , अमित शर्मा, पं0 रवि प्रकाश जोशी, पं0 मणिकांत झा, पं0 जितेंद्र पाण्डेय एवं अन्य आचार्यगण उपस्थित थे

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