आदिवासियों की हत्या बंद करो – किसानों की जमीन वापस करो
झारखंड की संवेदनहीन, भ्रष्ट एवं निकम्मी हेमंत सरकार में राज्य की स्थिति दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है। विधि-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। अपराधी, माफिया और दलालों ने सरकारी तंत्र को अपने कब्जे में ले लिया है। विरोध करने वाले सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं को हत्या, फर्जी मुकदमे, धमकी और फिरौती का शिकार होना पड़ रहा है

आदिवासियों की हत्या बंद करो – किसानों की जमीन वापस करो
सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता सूर्या हांसदा की हत्या की सीबीआई जांच कराने एवं नगड़ी के रैयतों को रिम्स-2 के नाम पर छीनी जा रही जमीन वापस दिलाने हेतु राज्य सरकार को निर्देशित करने के संबंध में
झारखंड की संवेदनहीन, भ्रष्ट एवं निकम्मी हेमंत सरकार में राज्य की स्थिति दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है। विधि-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। अपराधी, माफिया और दलालों ने सरकारी तंत्र को अपने कब्जे में ले लिया है। विरोध करने वाले सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं को हत्या, फर्जी मुकदमे, धमकी और फिरौती का शिकार होना पड़ रहा है।
इसी क्रम में संथाल परगना के प्रसिद्ध सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता स्व. सूर्या हांसदा की राज्य पुलिस द्वारा फर्जी एनकाउंटर दिखाकर हत्या कर दी गई। जबकि उनके विरुद्ध कोई वारंट लंबित नहीं था, अधिकांश मामलों में वे बरी हो चुके थे और शेष में उन्हें जमानत मिल चुकी थी। वे लोकतांत्रिक व्यवस्था में विभिन्न दलों से चुनाव भी लड़ चुके थे और गरीब आदिवासी बच्चों की शिक्षा-भोजन व्यवस्था करते थे। उनका विरोध केवल अवैध खनन व पत्थर तस्करी के खिलाफ था, जो माफिया और भ्रष्ट व्यवस्था को नागवार था।
दूसरी ओर, नगड़ी क्षेत्र में आदिवासी रैयतों की जमीन रिम्स-2 के नाम पर हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। वर्ष 1955 से लेकर 2012 तक कई बार सरकार ने इस जमीन का अधिग्रहण करने की कोशिश की, लेकिन आदिवासियों के प्रबल विरोध के चलते यह योजना टल गई। बावजूद इसके वर्तमान सरकार किसानों की जमीन छीनने पर आमादा है और रैयतों की मालगुजारी रसीद तक बंद कर दी गई है।
प्रदेश भाजपा स्पष्ट करती है कि “अबुआ राज” के नाम पर यह सरकार आदिवासियों को लूटने और पीटने का काम कर रही है। न हत्या रुक रही है, न बेटियां सुरक्षित हैं। सूर्या हांसदा की हत्या हो या नगड़ी के किसानों की जमीन लूट – दोनों मुद्दों पर भाजपा सड़क से सदन तक लगातार संघर्षरत है।
इन्हीं मुद्दों को लेकर भारतीय जनता पार्टी – पश्चिमी सिंहभूम द्वारा 11 सितम्बर 2025 (गुरुवार) को सभी प्रखंड मुख्यालयों में एक साथ धरना-प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। भाजपा कार्यकर्ता प्रखंड विकास पदाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल महोदय को ज्ञापन सौंपेंगे और यह मांग करेंगे कि –
1. सूर्या हांसदा की हत्या की जांच सीबीआई को सौंपी जाए।
2. नगड़ी के आदिवासी रैयतों को उनकी जमीन वापस दिलाने हेतु राज्य सरकार को निर्देशित किया जाए।
प्रखंडवार प्रभारी एवं सह प्रभारी सूची
1. चाईबासा – श्री जेबी तुबिद, श्री जय किशन बिरूली
2. झीकपानी – श्रीमती राजश्री बानारा, श्री तरुण सवैया
3. टोनटो – श्री दिनेश चंद्र नंदी, श्री बाबूराम लागुरी
4. हॉटगमहरिया – श्री चंद्रमोहन तियू, श्री देवेंद्र कुम्महार
5. खूटपानी – श्री जवाहरलाल बानरा, श्री मांगता गोप
6. तांतनगर – श्री बबलू शर्मा, श्री मोतीलाल कलून्डीया
7. मंझारी – श्री भूषण पाट पिंगुवा, श्री गुरुचरण बंकिरा
8. मझगांव – श्री जयपाल कुंकल, श्री महेंद्र गोप
9. जगन्नाथपुर – श्री मधु कोड़ा, श्री जितेंद्र गुप्ता
10. नोआमुंडी – श्रीमती गीता कोड़ा, श्री बाबूलाल माझी
11. मनोहरपुर – श्री गोविंद पाठक, श्री बहनु तिर्की
12. कुम्मारडूगी – श्री बड़कुंवर गागराई, श्री विनय दास
13. चक्रधरपुर – श्रीमती मालती गिलुवा, श्री प्रेम प्रधान, श्री दीपक सिंह
14. बंदगांव – श्री शशि भूषण सामड, श्री राजेंद्र मछुआ, श्री तीर्थ जमुदा
15. सोनुवा – श्री आलोक रंजन सिंह, श्री वसंत प्रधान
16. गुड्डी – श्री इंद्रजीत सामड, श्री गोपाल गंजू
17. गोइलकेरा – श्री गुरुचरण नायक, श्री दिनेश सुरीन
18. आनंदपुर – श्री किशोर डागा, श्री मुनीलाल सुरीन
प्रदेश भाजपा इस मुद्दे पर अंतिम दम तक संघर्ष जारी रखेगी