शिल्पकारों के गांव अंधारझोर पहुंचे उपायुक्त, वाद्ययंत्र निर्माण की लागत, बाजार की मांग, आय व जीविकोपार्जन समेत समस्याओं को जाना
स्थानीय शिल्पकारों के उत्पाद को सही बाजार तथा उनके उत्पाद को उचित मूल्य मिले उनकी आजीविका का संवर्धन हो तथा पारंपरिक कला से युवा सीखें, अपनायें और एक नई पौध तैयार हो इस दिशा में जिला प्रशासन द्वारा सजग प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी बोड़ाम प्रखंड के सुदूर अंधारझोर गांव के शिल्पकारों से मुलाकात करने पहुंचे

शिल्पकारों के गांव अंधारझोर पहुंचे उपायुक्त, वाद्ययंत्र निर्माण की लागत, बाजार की मांग, आय व जीविकोपार्जन समेत समस्याओं को जाना बोले जिला प्रशासन हर संभव सहयोग के लिए तत्पर, प्रशिक्षण, संसाधन और अन्य आवश्यक सहयोग प्रदान किए जाएंगे
जमशेदपुर- स्थानीय शिल्पकारों के उत्पाद को सही बाजार तथा उनके उत्पाद को उचित मूल्य मिले उनकी आजीविका का संवर्धन हो तथा पारंपरिक कला से युवा सीखें, अपनायें और एक नई पौध तैयार हो इस दिशा में जिला प्रशासन द्वारा सजग प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी बोड़ाम प्रखंड के सुदूर अंधारझोर गांव के शिल्पकारों से मुलाकात करने पहुंचे इस मौके पर बीडीओ, सीओ भी मौजूद रहे। इस दौरान उपायुक्त ने ग्रामीणों/ शिल्पकारों से मुलाकात कर उनकी कला को जाना, समस्याओं को सुना तथा सरकार की योजनाओं की भी जानकारी देते हुए लाभ लेने के लिए प्रेरित किया
उपायुक्त ने शिल्पकारों से तबला, मांदर, ढोल, मृदंग आदि को बनाने में लगने वाले समय, लागत, निर्माण सामग्री, उपलब्ध बाजार एवं उनके उत्पाद की मांग तथा उत्पाद को मिलने वाले मूल्य की जानकारी ली करीब 70 परिवारों के गांव अंधारझोर में ग्रामीणों ने कई पीढ़ियों से शिल्पकला को संरक्षित रख रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि लागत के अनुपात में मूल्य नहीं मिलना तथा बाजार की समस्या होने के कारण युवा इस कला को आगे बढ़ाने में उतनी दिलचस्पी नहीं रख रहे हैं कम आमदनी को देखते हुए दूसरा पेशा भी अपनाने लगे हैं । शिल्पकारों ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में भी प्रयास किए गए हैं जिससे लाभ हो रहा है, इस सहयोग को और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।
उपायुक्त ने शिल्पकारों के उत्पाद को पहचान दिलाने बाजार उपलब्ध कराने के लिए ठोस पहल हेतु आश्वस्त किया उन्होनें स्थानीय शिल्पकारों के उत्पाद की ब्रांडिंग, लोगो, ट्रेड मार्क कराने के सुझाव एवं सहयोग को लेकर आश्वस्त किया तथा उद्योग विभाग के प्रतिनिधि को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। साथ ही बोड़ाम-अंधारझोर मुख्य सड़क के आसपास सरकारी जमीन चिन्हित कर कम्यूनिटी फैसिलिटी सेंटर (CFC) निर्माण के लिए जल्द प्रस्ताव भेजे जाने का निर्देश बीडीओ-सीओ को दिया गया । CFC बन जाने से ग्राहकों को शिल्पकारों तक पहुंचाने में सुविधा होगी वहीं स्थानीय शिल्पकार भी इससे लाभान्वित होंगे
स्थानीय शिल्पकारों के उत्पाद को सही बाजार तथा उनके उत्पाद को उचित मूल्य मिले उनकी आजीविका का संवर्धन हो तथा पारंपरिक कला से युवा सीखें, अपनायें और एक नई पौध तैयार हो इस दिशा में जिला प्रशासन द्वारा सजग प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी बोड़ाम प्रखंड के सुदूर अंधारझोर गांव के शिल्पकारों से मुलाकात करने पहुंचे
अंधारझोर से लौटने के पश्चात उपायुक्त सीधे साकची बाजार पहुंचे उन्होंने संजय मार्केट के पास बने विश्वकर्मा प्वाइंट का जायजा लिया इस मौके पर उन्होने शिल्पकारों के लिए निर्मित शेड को पक्का निर्माण कराने के निर्देश पदाधिकारियों को दिए साथ ही प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ अंधारझोर के शिल्पकारों को उपलब्ध कराने का निर्देश जिला उद्यमी समन्वयक को दिया। वहीं गांव की महिलाओं को जेएसएलपीएस एवं आरसेटी प्रशिक्षण अंतर्गत प्रशिक्षण देते हुए स्वरोजगार से जोड़ने का निर्देश दिया गया