लोयोला स्कूल, टेल्को में युवाओं में टाइप 2 मधुमेह की रोकथाम पर स्वास्थ्य जागरूकता सत्र का आयोजन
लोयोला स्कूल, टेल्को में कक्षा 9 और 10 के छात्रों के लिए टाइप 2 मधुमेह और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों की रोकथाम पर एक प्रभावशाली स्वास्थ्य जागरूकता सत्र का आयोजन किया। इस सत्र का उद्देश्य युवाओं के बीच बढ़ते स्वास्थ्य जोखिमों के प्रति जागरूकता फैलाना था डॉ. राशिद इकबाल सीनियर रेजिडेंट, एमजीएम मेडिकल कॉलेज, जमशेदपुर, मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे

लोयोला स्कूल, टेल्को में युवाओं में टाइप 2 मधुमेह की रोकथाम पर स्वास्थ्य जागरूकता सत्र का आयोजन
जमशेदपुर– लोयोला स्कूल, टेल्को में कक्षा 9 और 10 के छात्रों के लिए टाइप 2 मधुमेह और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों की रोकथाम पर एक प्रभावशाली स्वास्थ्य जागरूकता सत्र का आयोजन किया। इस सत्र का उद्देश्य युवाओं के बीच बढ़ते स्वास्थ्य जोखिमों के प्रति जागरूकता फैलाना था डॉ. राशिद इकबाल सीनियर रेजिडेंट, एमजीएम मेडिकल कॉलेज, जमशेदपुर, मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना से हुई इसके बाद प्रधानाचार्या चरनजीत ओहसन द्वारा डॉ. इकबाल को एक पौधा भेंट किया गया जो विद्यालय की स्वास्थ्य और पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक था।
*सत्र की मुख्य बातें:*
डॉ. इकबाल ने युवाओं में मधुमेह के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई और इसका कारण शारीरिक गतिविधियों की कमी, अस्वस्थ खानपान, और गलत जीवनशैली को बताया।
उन्होंने *MODY* (मॅच्योरिटी ऑनसेट डायबिटीज ऑफ द यंग) का परिचय दिया, जो 25 वर्ष से कम आयु के लोगों को प्रभावित करने वाला वंशानुगत मधुमेह का प्रकार है।
आज के छात्र औसतन 10 साल पहले की तुलना में 5 किलोग्राम अधिक वजन रखते हैं, जिसका मुख्य कारण निष्क्रिय जीवनशैली और प्रोसेस्ड फूड का बढ़ता सेवन है।
उन्होंने नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, तनाव प्रबंधन, और स्वास्थ्य जांच (HbA1c और ग्लूकोज टेस्ट सहित) की आवश्यकता पर जोर दिया।
सत्र का समापन डॉ. इकबाल के प्रेरणादायक संदेश के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने छात्रों को योग, पौष्टिक आहार, और सचेत जीवनशैली अपनाने की सलाह दी, ताकि वे भविष्य में होने वाली दीर्घकालिक बीमारियों से बच सकें।
यह कार्यक्रम छात्रों के लिए एक चेतावनी और मार्गदर्शिका के रूप में सामने आया, जिससे वे समय रहते स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ा सकें