हिन्दू आस्था पर शुल्क नहीं, यह सरकार द्वारा लगाया गया जजिया कर है – अभय सिंह भाजपा नेता
मैं हिन्दू समाज की आवाज बनकर यह वादा करता हूं — जहां कहीं भी आस्था पर आघात होगा, वहां अभय सिंह सबसे पहले खड़ा मिलेगा

हिन्दू आस्था पर शुल्क नहीं, यह सरकार द्वारा लगाया गया जजिया कर है – अभय सिंह भाजपा नेता
जमशेदपुर- दलमा स्थित प्राचीन शिव मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं से इस बार फीस वसूली की खबर ने मेरे मन को पीड़ा पहुंचाई। मैं पूछना चाहता हूं — क्या अब हमारी आस्था भी सरकार की कमाई का जरिया बन चुकी है?
सावन का महीना हमारे लिए सिर्फ एक त्योहार नहीं श्रद्धा, तपस्या और आत्मचिंतन का समय होता है दलमा मंदिर जैसे स्थानों पर लोग मन की शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा के लिए जाते हैं — न कि किसी व्यवसायिक लेनदेन के लिए।
मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि:
🔹हमें पर्यावरण संरक्षण पर कोई आपत्ति नहीं, परंतु इसके नाम पर श्रद्धा को शुल्क में बदलना स्वीकार नहीं।
🔹यदि सरकार को व्यवस्था के लिए कुछ सहयोग चाहिए, तो जनभागीदारी और दान की परंपरा को प्रोत्साहित करे, न कि जबरन शुल्क लगाकर आस्था का अपमान करें
🔹हम चाहते हैं कि हरेक धर्म को बराबर सम्मान मिले, परंतु बार-बार सिर्फ हिन्दू समाज को ही नियमों और टैक्स का बोझ क्यों झेलना पड़े?
मैं राज्य सरकार से अपील करता हूं कि इस निर्णय को तुरंत रद्द किया जाए और समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए दलमा को फिर से निःशुल्क और सहज दर्शन स्थल बनाया जाए।
हम सबका धर्म, जाति या पार्टी चाहे जो हो, आस्था एक निजी और पवित्र अनुभव है — इसे बाधित करना किसी भी लोकतंत्र के मूल्यों के खिलाफ है।
मैं हिन्दू समाज की आवाज बनकर यह वादा करता हूं — जहां कहीं भी आस्था पर आघात होगा, वहां अभय सिंह सबसे पहले खड़ा मिलेगा