Uncategorized

एक्सएलआरआइ में पीजीडीएम ब्लेंडेड प्रोग्राम के नए बैच का उदघाटन 135 वर्किंग एग्जीक्यूटिव छात्रों ने ली नई शुरुआत की शपथ

एक्सएलआरआइ जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ने अपने ऑनलाइन एजुकेशन एक्सओएल (एक्सएलआरआइ ऑनलाइन लर्निंग ) के अंतर्गत पीजीडीएम ब्लेंडेड प्रोग्राम 2025-27 के नए बैच का भव्य उदघाटन किया. इस अवसर पर अलग-अलग उद्योगों से आए 135 कार्यरत पेशेवरों ने इस शैक्षणिक यात्रा की औपचारिक शुरुआत की

एक्सएलआरआइ में पीजीडीएम ब्लेंडेड प्रोग्राम के नए बैच का उदघाटन 135 वर्किंग एग्जीक्यूटिव छात्रों ने ली नई शुरुआत की शपथ

जमशेदपुर- एक्सएलआरआइ जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ने अपने ऑनलाइन एजुकेशन एक्सओएल (एक्सएलआरआइ ऑनलाइन लर्निंग ) के अंतर्गत पीजीडीएम ब्लेंडेड प्रोग्राम 2025-27 के नए बैच का भव्य उदघाटन किया. इस अवसर पर अलग-अलग उद्योगों से आए 135 कार्यरत पेशेवरों ने इस शैक्षणिक यात्रा की औपचारिक शुरुआत की यह कोर्स व्यावहारिक नेतृत्व कौशल और अकादमिक उत्कृष्टता का संतुलित संगम है. उदघाटन समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन और प्रार्थना से हुई जिसका नेतृत्व डीन (प्रशासन व वित्त) डॉ. (फादर) डोनाल्ड डीसिल्वा ने किया. मौके पर डायरेक्टर डॉ. (फादर) सेबेस्टियन जॉर्ज, एसजे ने छात्रों को संबोधित करते हुए मनोवैज्ञानिक मार्टिन सेलिगमैन के “लर्न्ड हेल्पलेसनेस” सिद्धांत का उल्लेख किया और छात्रों से आग्रह किया कि वे विफलताओं से घबराएं नहीं बल्कि उन्हें सीख का अवसर मानते हुए आगे बढ़ें उन्होंने अनुशासन, सक्रियता और ईमानदारी के साथ प्रदर्शन की बात पर बल दिया एक्सएलआरआइ के डीन एडमिन डॉ. संजय पात्रो ने एक्सएलआरआइ की समृद्ध विरासत और समय के साथ उसके इनोवेटिव दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए छात्रों को बधाई दी और इस चुनौतीपूर्ण लेकिन परिवर्तनकारी कोर्स में प्रवेश के लिए उनके जज्बे की सराहना की

इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में सीआरइडी के सीएचआरओ हरीश राजगोपालन उपस्थित थे. उन्होंने एआइ (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के युग में सिद्धांत और व्यवहार के समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया. कहा कि नेतृत्व के चार प्रमुख गुण होते हैं जिसमें निर्णय क्षमता, लक्ष्य पर केंद्रित सोच, संरचित समस्या-समाधान, और भरोसेमंद व्यक्तित्व का होना आवश्यक है. वहीं, पीजीडीएम (फाइनेंस) निदेशक डॉ. एच. के. प्रधान ने कार्यक्रम की सोच, नवाचार और लचीलेपन पर प्रकाश डाला. उन्होंने छात्रों को निरंतर आत्म-निवेश और सहयोगात्मक सीखने का महत्व समझाया. इस दौरान एक्सओएल के एसोसिएट डीन डॉ. गिरीधर रामचंद्रन ने छात्रों को दिल से स्वागत करते हुए सामूहिक सीख, आत्म-अनुशासन और परिवार और नियोक्ताओं की भूमिका के प्रति आभार जताया

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!