छात्रों का संघर्ष रंग लाया भविष्य में छात्र विरोधी गतिविधि से बचे राज्य सरकार और राजभवन – हेमंत पाठक युवा जदयू
छात्रों की लड़ाई का नतीजा था कि आज सरकार और राजभवन को अपने अपने इगो को छोड़ छात्र हित में निर्णय लेना पड़ा इस निर्णय से राज्य के 50 हजार छात्रों ने राहत की सांस ली है

छात्रों का संघर्ष रंग लाया भविष्य में छात्र विरोधी गतिविधि से बचे राज्य सरकार और राजभवन – हेमंत पाठक युवा जदयू
जमशेदपुर- छात्रों की लड़ाई का नतीजा था कि आज सरकार और राजभवन को अपने अपने इगो को छोड़ छात्र हित में निर्णय लेना पड़ा इस निर्णय से राज्य के 50 हजार छात्रों ने राहत की सांस ली है।
इंटरमीडिएट छात्र संघ समिति के बैनर के तहत युवा जदयू के नेतृत्व में प्रारंभिक दिनों से ही आंदोलन को धारदार बनाया गया.
हेमंत पाठक ने कहा कि आंदोलन के प्रथम दिन से मैने छात्रों को समझाया था कि अब राज्य सरकार को घेरना होगा क्योंकि सारा निर्णय उन्हीं के हाथ में है और एनईपी लागू करें या ना करे इसका निर्णय भी राज्य सरकार के हाथ में है इसीलिए इस आंदोलन का प्रथम चरण हमारी टीम ने स्थानीय विधायक सरयू राय , मंगल कालिंदी , सांसद सभी को छात्रों के द्वारा मांग पत्र सौंपा गया था
कार्यक्रम के दूसरे चरण में जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में तालाबंदी कर छात्रों ने सरकार से जवाब मांगा था और 3 घंटा पूरा कार्यालय छात्रों के कब्जे में रहा था
कार्यक्रम का तीसरा चरण मुख्यमंत्री उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन देकर राजभवन से वार्ता करने का आग्रह किया
कार्यक्रम के चौथे चरण में शिक्षा मंत्री का घेराव कर छात्रों ने अपनी बारहवीं की परीक्षा उसी महाविद्यालय से देने दिया जाय जहां से 11वीं किए हैं जो समायोजन को रोका जाय
इस मामले में जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा के विधायक सरयू राय ने सभी कॉलेज के प्राचार्य शिक्षक , कर्मचारी को बुलाकर उच्च शिक्षा मंत्री शिक्षा सचिव , राज्यपाल के अपर सचिव सभी को कॉल करके इस संबंध में निष्कर्ष निकालने के लिए कहा इस जीत के लिए हम उनके भी आभारी हैं
इस तरह से शुरू से ही हमलोगों ने राज्य सरकार के ऊपर दवाब बनाया था कि राजभवन के साथ सरकार वार्ता कर समायोजन को रोका जाए। आज का जीत झारखंड के हजारों छात्रों की जीत है