सरायकेला जिला के जाम बनी गांव में 31 वां अपुर पाठशाला खोला गया माता पिता और अभिभावक अपने बच्चे को बंगला सीखने के लिए प्रेरित करें
बच्चों में बंगला सीखने के लिए काफी उत्साह देखी गई

- सरायकेला जिला के जाम बनी गांव में 31 वां अपुर पाठशाला खोला गया माता पिता और अभिभावक अपने बच्चे को बंगला सीखने के लिए प्रेरित करें
बच्चों में बंगला सीखने के लिए काफी उत्साह देखी गई
पोटका – पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार आज सरायकेला जिला के अंतर्गत जामबनी गांव में माताजी आश्रम की ओर से बच्चे को बंगला भाषा की शिक्षा देने के लिए अपुर पाठशाला खोला गया माताजी आश्रम का यह 21 वां और झारखंड में यह 31 वां अपुर पाठशाला है।शंकर चंद्र गोप और जनमेजय सरदार ने मां सरस्वती की प्रतिकृति पर पुष्प देकर और धूप, दीप प्रज्वलित करके पाठशाला का उदघाटन किया।
सुनील कुमार दे ने सरस्वती संगीत प्रस्तुत किया।पूजा महतो ने अतिथियों,विद्यार्थियों और शिक्षकों को स्वागत किया।सुनील कुमार दे ने गांव गांव में अपुर पाठशाला खोलने का उद्देश्य पर प्रकाश डाला और बांग्ला भाषा सिखाने बच्चे को प्रेरित करने के लिए पिता माता और अभिभावकों को अनुरोध किया।
शंकर चंद्र गोप ने बंगला भाषा को बचाने हेतु आगे आने के लिए और बच्चे को प्रोत्साहित करने के लिए जामबनी के लोगों को धन्यवाद दिया।जनमेजय सरदार ने माताजी आश्रम की ओर से अपुर पाठशाला के माध्यम से चलाए जा रहे बंगला भाषा सिखाने का अभियान की भूरी भूरी प्रशंशा की ओर बच्चे को शिक्षा पर ध्यान देने पर बल दिया।
भवतारण मंडल ने कविता और संगीत के माध्यम से बंगला भाषा सीखने के लिए बच्चे को प्रेरित किया।रविकांत भकत ने इस अभियान में हर प्रकार की सहयोग करने की घोषणा की।विभीषन महतो ने भावी पीढ़ी को बंगला भाषा सीखाने के लिए माताजी आश्रम का प्रयास की सराहनीय की।
मृणाल पाल ने सभी बंगभाषियों को आगे आकर इस महान कार्य में सहयोग करने के लिए आह्वान किया।माताजी आश्रम की ओर से बच्चे को निःशुल्क बंगला सीखने के लिए वर्ण परिचय पुस्तक दिया गया।कुल 40 से ऊपर हर श्रेणी के बच्चे बंगला सिखने के लिए नामांकन किया।शंकर चंद्र गोप ने पहला बंगला क्लास लिया।अंत में धन्यवाद ज्ञापन हिरण महतो ने दिया।प्रति रविवार को सुबह 9 बजे बच्चे को बंगला सिखाने का काम करेंगें मिनता महतो,मुकुंद महतो,रेणुका महतो और लखिन्दर महतो ने।इस अबसर पर नित्यानंद गोस्वामी, बलराम गोप,सनातन महतो,शरत महतो,राजेश महतो, गीता महतो,बिनीता महतो,दीपाली महतो,बालिका महतो, पिंकी महतो,सावित्री महतो,रेणुका महतो के अलावे विभिन्न विद्यालय के छात्र छात्राएं,माताएं,बहने और अभिभावक उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन सुनील कुमार दे ने किया।