लोयोला स्कूल, टेल्को में सीआईएससीई योगा ज़ोनल मीट – दूसरा दिन: बालकों ने दिखाई अद्वितीय योग प्रतिभा
सीआईएससीई योगा ज़ोनल मीट 2025 का आयोजन 25 और 26 जून को लोयोला स्कूल टेल्को में उत्साह और गरिमा के साथ किया गया योग, अनुशासन और समग्र कल्याण को समर्पित इस दो दिवसीय कार्यक्रम ने छात्रों को अपने शारीरिक मानसिक और आत्मिक संतुलन को प्रदर्शित करने का एक विशेष अवसर प्रदान किया

लोयोला स्कूल, टेल्को में सीआईएससीई योगा ज़ोनल मीट – दूसरा दिन: बालकों ने दिखाई अद्वितीय योग प्रतिभा
जमशेदपुर- सीआईएससीई योगा ज़ोनल मीट 2025 का आयोजन 25 और 26 जून को लोयोला स्कूल टेल्को में उत्साह और गरिमा के साथ किया गया योग, अनुशासन और समग्र कल्याण को समर्पित इस दो दिवसीय कार्यक्रम ने छात्रों को अपने शारीरिक मानसिक और आत्मिक संतुलन को प्रदर्शित करने का एक विशेष अवसर प्रदान किया
इस वर्ष के आयोजन में जमशेदपुर के 18 विद्यालयों से लगभग 250 छात्रों ने भाग लिया। प्रतियोगिता को दो श्रेणियों में विभाजित किया गया था — बालिका वर्ग और बालक वर्ग।
प्रतियोगिता के पहले दिन (25 जून) बालिका वर्ग की प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं, जिसमें प्रतिभागियों ने अपने अनुशासन, लचीलापन और आत्मविश्वास से सभी को प्रभावित किया। उनकी विभिन्न योगासनों में प्रस्तुतियाँ अत्यंत प्रभावशाली रहीं और प्रतियोगिता ने एक जीवंत ऊँचाई को छू लिया
दूसरे दिन (26 जून) का मंच बालकों के नाम रहा, जिन्होंने अपनी अदभुत शक्ति, एकाग्रता और संतुलन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रतियोगिता का स्तर पूरे दिन ऊँचा बना रहा, और हर प्रतिभागी ने जीत की तीव्र भावना के साथ योग के प्रति सच्ची निष्ठा का परिचय दिया।
निर्णायक मंडल में श्री मलॉय कुमार डे (सचिव – पूर्वी सिंहभूम जिला योगासन खेल संघ और संयुक्त सचिव – झारखंड राज्य योगासन खेल संघ) और श्रीमती प्रज्ञा परमिता चक्रवर्ती (राष्ट्रीय स्तर की निर्णायक एवं जिला संघ की संयुक्त सचिव) शामिल थीं। उनकी निष्पक्ष और न्यायसंगत मूल्यांकन प्रक्रिया ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस आयोजन की सफलता का श्रेय लोयोला स्कूल, टेल्को की मज़बूत नेतृत्व टीम की संयुक्त कोशिशों, रणनीतिक योजना और प्रभावशाली समन्वय को जाता है।
विशेष रूप से प्रधानाचार्या चरणजीत ओसन, प्रशासक फादर जेरी डिसूजा, समन्वयक रेशमा रोड्रिग्स और ज़ीनत मारिया सुंडी ने इस पूरे कार्यक्रम को आकार देने और उसे सुचारु रूप से संपन्न कराने में नेतृत्वकारी भूमिका निभाई।
योग प्रशिक्षिका नीतू, खेल शिक्षिका सुप्रिया करण तथा शिक्षक कार्तिक महतो और अज़हर ख़ान ने भी प्रतियोगिता की सफलता में सक्रिय योगदान दिया। उनकी मार्गदर्शन क्षमता, समर्पित सहभागिता और निरंतर ऊर्जा ने न केवल आयोजन को सुचारु बनाया, बल्कि प्रतिभागियों और दर्शकों दोनों के लिए इसे एक प्रेरणादायक अनुभव बना दिया।
यह योग ज़ोनल मीट इस बात का प्रमाण है कि योग केवल एक व्यायाम पद्धति नहीं, बल्कि एक सम्पूर्ण जीवनशैली है — जो आत्म-अनुशासन जागरूकता और सामूहिक भावना की सुंदर एकता को दर्शाती है।