झारखंड में प्रस्तावित छह नए मेडिकल कॉलेजों में से एक “एम्स-जैसे संस्थान” की स्थापना जमशेदपुर में किए जाने हेतु पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से किया आग्रह
पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन के महासचिव प्रदीप कुमार मिश्रा ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा को झारखंड में प्रस्तावित छह नए मेडिकल कॉलेजों में से एक “एम्स-जैसे संस्थान” की स्थापना जमशेदपुर में किए जाने हेतु आग्रह किया है। जे पी नड्डा को लिखे अपने पत्र में प्रदीप कुमार कुमार मिश्रा ने देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में निरंतर हो रहे सकारात्मक परिवर्तनों एवं नीतिगत निर्णयों के लिए आभार प्रकट करते हुए बताया कि हाल ही में झारखंड राज्य के लिए छह नए मेडिकल कॉलेजों एवं कई आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं की संभावित स्थापना की सूचना प्राप्त हुई है

झारखंड में प्रस्तावित छह नए मेडिकल कॉलेजों में से एक “एम्स-जैसे संस्थान” की स्थापना जमशेदपुर में किए जाने हेतु पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से किया आग्रह
जमशेदपुर- पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन के महासचिव प्रदीप कुमार मिश्रा ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा को झारखंड में प्रस्तावित छह नए मेडिकल कॉलेजों में से एक “एम्स-जैसे संस्थान” की स्थापना जमशेदपुर में किए जाने हेतु आग्रह किया है। जे पी नड्डा को लिखे अपने पत्र में प्रदीप कुमार कुमार मिश्रा ने देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में निरंतर हो रहे सकारात्मक परिवर्तनों एवं नीतिगत निर्णयों के लिए आभार प्रकट करते हुए बताया कि हाल ही में झारखंड राज्य के लिए छह नए मेडिकल कॉलेजों एवं कई आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं की संभावित स्थापना की सूचना प्राप्त हुई है, जिससे समस्त राज्यवासियों में आशा की नई किरण जगी है।
प्रदीप कुमार मिश्रा ने लिखा कि झारखंड में स्थापित होने वाले छह मेडिकल कॉलेजों में से एक एम्स स्तर के मेडिकल संस्थान की आवश्यकता जमशेदपुर जैसे महत्वपूर्ण औद्योगिक शहर में अत्यंत आवश्यक है। जमशेदपुर, झारखंड का सबसे अधिक जनसंख्या वाला नगर होने के साथ-साथ एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र भी है, जहां देशभर से लोग आजीविका के लिए आते हैं। बावजूद इसके, यहां की स्वास्थ्य सेवाएं अभी भी सीमित संसाधनों पर ही निर्भर हैं। वर्तमान में यहां टाटा मेन हॉस्पिटल (TMH) तथा कुछ चुनिंदा निजी अस्पतालों के माध्यम से ही चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हैं, किंतु अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीकों एवं विविध विशेषज्ञताओं के अभाव में गंभीर बीमारियों का समुचित उपचार उपलब्ध नहीं हो पाता।
महासचिव प्रदीप कुमार मिश्रा ने यह भी उल्लेख किया कि बिहार के पटना और झारखंड के देवघर में पहले ही एम्स की स्थापना हो चुकी है, जिससे उत्तर झारखंड, उत्तर बिहार एवं समीपवर्ती क्षेत्रों को लाभ मिल रहा है। किंतु मध्य एवं दक्षिण झारखंड तथा उत्तर ओडिशा के गरीब व जरूरतमंदों के लिए अब भी आधुनिक चिकित्सा सुविधा प्राप्त करना अत्यंत दुरूह बना हुआ है। ऐसे में जमशेदपुर, अपने भौगोलिक, सामाजिक व औद्योगिक महत्त्व के कारण, एक एम्स जैसे सुपर स्पेशलिटी संस्थान हेतु सर्वथा उपयुक्त स्थान है।
जमशेदपुर की प्रतिष्ठित व्यापारिक संगठन सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा भी इस विषय में झारखण्ड के स्वास्थ मंत्री से अनुरोध किया गया है। पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन की ओर से पुनः निवेदन किया गया है कि झारखंड के लिए प्रस्तावित छह मेडिकल संस्थानों में से एक एम्स स्तर का मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल जमशेदपुर में स्थापित किया जाए। यह निर्णय न केवल जमशेदपुर वासियों, बल्कि सम्पूर्ण कोल्हान क्षेत्र, उत्तर ओडिशा एवं सीमावर्ती राज्यों के लाखों लोगों को उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करेगा, साथ ही क्षेत्रीय स्वास्थ्य असमानता को दूर करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम सिद्ध होगा।
प्रदीप कुमार मिश्रा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री पर विश्वास जताते हुए आगे लिखा कि इस जनहित के विषय पर वे सहानुभूतिपूर्वक विचार कर जमशेदपुर जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र को अपने मार्गदर्शन में एक नई स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने की दिशा में आवश्यक कदम अवश्य उठाएंगे।