एमएस आईटीआई मानगो में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया
फादर्स डे को लेकर एमएस आईटीआई मानगो जमशेदपुर में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में जमशेदपुर समेत झारखंड और भारत के बाहर से भी प्रतिभागियों ने ऑनलाइन हिस्सा लिया। कई निबंध ऐसे थे जो दिल को छू गए और भावनाएं कलम की स्याही से कृति पर मोतियों की तरह उभरी। पांचों जजों द्वारा दिए गए अंकों की तुलना कर यह परिणाम घोषित किया जा रहा है। जजों के लिए निर्णय करना कठिन था

एमएस आईटीआई मानगो में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया
जमशेदपुर – फादर्स डे को लेकर एमएस आईटीआई मानगो जमशेदपुर में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में जमशेदपुर समेत झारखंड और भारत के बाहर से भी प्रतिभागियों ने ऑनलाइन हिस्सा लिया। कई निबंध ऐसे थे जो दिल को छू गए और भावनाएं कलम की स्याही से कृति पर मोतियों की तरह उभरी। पांचों जजों द्वारा दिए गए अंकों की तुलना कर यह परिणाम घोषित किया जा रहा है। जजों के लिए निर्णय करना कठिन था। लोग अपने माता-पिता की भावनाओं को कागज पर उतारने की कोशिश में सफल रहे।
प्रमाण पत्र पुरस्कार के लिए कई नाम हैं ,जो निम्न प्रकार हैं : जैसे उज्मा बसीर, जो सैयद, सबीहा फातिमा, शिश्मा, आरिफा तहसीन, वरीथा जाहिद, अलीना हरीम, मौलाना साकिर खान, रूबी परवीन, फातिमा जहरा, जियाउर रहमान, खदीजा कौसर, बसरा इब्राहीम समेत कई नाम हैं जिन्हें प्रमाण पत्र और पुरस्कार से सम्मानित किया गया । सही मायने में फादर्स डे एक मां का दिन है। दिवस को एक दिन के लिए नहीं मनाया जाना चाहिए, उनकी दयालुता, उनकी भावनाएँ, उनका त्याग, अपने बच्चों के लिए सब कुछ देने का जज्बा, हम उन्हें कागज़ पर नहीं लिख सकते। यह एक प्रयास है। इंशा अल्लाह, रहमान शिक्षा के क्षेत्र में और पढ़ने-लिखने के प्रयास में ऐसे कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए नूरजहाँ, सबा परवीन, मेहर-उल-निसा रूमी, अरीशा फातिमा ने बहुत मेहनत की और इस कार्यक्रम को सफल बनाया।