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एक्सएलआरआइ और आइएफक्यूएम की ऐतिहासिक साझेदारी भारत में क्वालिटी मैनेजमेंट शिक्षा को मिलेगा नया आयाम

भारत की प्रमुख प्रबंधन संस्थान एक्सएलआरआइ- जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट जमशेदपुर ने इंडियन फ़ाउंडेशन फॉर क्वालिटी मैनेजमेंट (आइएफक्यूएम ) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं. इस साझेदारी का उद्देश्य देश में गुणवत्ता प्रबंधन शिक्षा अनुसंधान और उद्योग-अकादमिक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाना है

एक्सएलआरआइ और आइएफक्यूएम की ऐतिहासिक साझेदारी भारत में क्वालिटी मैनेजमेंट शिक्षा को मिलेगा नया आयाम

जमशेदपुर-  भारत की प्रमुख प्रबंधन संस्थान एक्सएलआरआइ- जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट जमशेदपुर ने इंडियन फ़ाउंडेशन फॉर क्वालिटी मैनेजमेंट (आइएफक्यूएम ) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं. इस साझेदारी का उद्देश्य देश में गुणवत्ता प्रबंधन शिक्षा अनुसंधान और उद्योग-अकादमिक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाना है

यह रणनीतिक पहल शैक्षणिक ज्ञान और उद्योग में प्रचलित व्यवहारिक तकनीकों के बीच की दूरी को पाटने की दिशा में एक ठोस कदम मानी जा रही है. साझेदारी के माध्यम से केस स्टडी आधारित शिक्षण, नवीनतम प्रबंधन पद्धतियों और अनुभवी विशेषज्ञों की व्यावहारिक समझ का समावेश किया जाएगा, जिससे भारत के युवा प्रबंधक गुणवत्ता और उत्कृष्टता के क्षेत्र में वास्तविक परिवर्तन ला सकें. यह साझेदारी न केवल शिक्षा जगत, बल्कि उद्योग और समाज के लिए भी दीर्घकालिक प्रभाव का वाहक बनने की ओर अग्रसर है.

शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में व्यावहारिकता का समावेश

एमओयू के तहत एक्सएलआरआइ के स्नातकोत्तर छात्रों के लिए विशेष गुणवत्ता प्रबंधन पाठ्यक्रम विकसित किए जाएंगे, जिनमें लाइव प्रोजेक्ट, औद्योगिक भ्रमण, वास्तविक व्यवसाय समस्याओं पर आधारित केस स्टडी और आइएफक्यूएम विशेषज्ञों द्वारा संचालित सत्र शामिल होंगे. पाठ्यक्रम निर्माण और शिक्षण में एक्सएलआरआइ के प्रोफेसर और आइएफक्यूएम के अनुभवी पेशेवर मिलकर योगदान देंगे.

यह पहल जून 2025 से शुरू होने वाले नए शैक्षणिक सत्र से लागू की जाएगी. इसका उद्देश्य छात्रों को गुणवत्ता प्रणाली और प्रदर्शन उत्कृष्टता की गहराई से समझ प्रदान करना है.

“एमओयू केवल आरंभ है, असली परीक्षा तो क्रियान्वयन की है- निदेशक

समारोह के दौरान एक्सएलआरआइ के निदेशक डॉ. (फादर) सेबास्टियन जॉर्ज, एस.जे. ने इस सहयोग की सार्थकता को परिणामों से जोड़ते हुए कहा:

छात्रों के लिए यह आवश्यक है कि वे उभरती तकनीकों और गुणवत्ता-केन्द्रित प्रबंधन दृष्टिकोणों के साथ अद्यतन रहें. यह साझेदारी निश्चित रूप से प्रभावशाली और गतिशील सिद्ध होगी.

लेकिन हमें यह भी याद रखना चाहिए कि एक एमओयू पर हस्ताक्षर करना पहला नहीं, बल्कि ‘शून्यवां’ कदम होता है. वास्तविक मूल्य केवल तभी उत्पन्न होगा जब हम ठोस, मापनीय और सत्यापन योग्य परिणामों की दिशा में काम करें

समारोह की मुख्य झलकियां

यह ऐतिहासिक कार्यक्रम एक्सएलआरआइ के जमशेदपुर परिसर में आयोजित किया गया, जिसकी शुरुआत प्रोडक्शन, ऑपरेशंस और डिसीजन साइंसेज विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दीपांकर बोस द्वारा स्वागत भाषण से हुई.

आइएफक्यूएम की ओर से उपस्थित प्रमुख प्रतिनिधि:

सौमित्र भट्टाचार्य, सीइओ और निदेशक आइएफक्यूएम

आर. के. शेनॉय,  जयकुमार एम,  नागभूषण एम,  समीर बनर्जी,  संपत कृष्णभट,  अंकुर गंडोत्रा- वरिष्ठ कार्यकारी, आइएफक्यूएम

डॉ. पंकज कुमार, काउंसलर, आइएफक्यूएम

टाटा स्टील से प्रतिनिधित्व करने वाले अधिकारी:

पीयूष गुप्ता, उपाध्यक्ष- टीक्यूएम, जीएसपी और सप्लाई चेन

त्रिप्ति श्रीवास्तव, प्रमुख – टीक्यूएम और सीक्यूए

एक्सएलआरआइ के वरिष्ठ सदस्य:

• डॉ. संजय पात्रो, डीन (अकादमिक्स)

• डॉ. जे. अजित कुमार, एसोसिएट डीन (फेलो प्रोग्राम्स)

• डॉ. अभिषेक चक्रवर्ती, चेयरपर्सन, पीओडीएस

कार्यक्रम का समापन एक्सएलआरआइ के शैक्षणिक एवं अनुसंधान परिसरों के भ्रमण के साथ हुआ, जिसने दोनों संस्थानों के बीच गुणवत्ता, नवाचार और अकादमिक उत्कृष्टता के साझा मिशन की मजबूत नींव रखी.

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