भोगनाडीह में आदिवासी समाज पर हुई पुलिसिया बर्बरता की भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने की निंदा घटना को बताया आदिवासी अस्मिता पर हमला, कहा- झामुमो-कांग्रेस सरकार का असली चेहरा हुआ बेनकाब
भारतीय जनता पार्टी जमशेदपुर महानगर के अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने साहिबगंज जिले के भोगनाडीह में हूल दिवस के पावन अवसर पर आदिवासी समाज की ओर से शांतिपूर्ण श्रद्धांजलि कार्यक्रम में एकत्र हुए आदिवासी समाज पर की गई बर्बर पुलिसिया कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आदिवासी समाज की भावना और वीर शहीदों के बलिदान का घोर अपमान बताया जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कहा कि भोगनाडीह की पवित्र भूमि पर हूल क्रांति दिवस मनाने के लिए सिदो-कान्हू मुर्मू हूल फाउंडेशन और आतो मांझी वाशी भोगनाडीह के नेतृत्व में वीर शहीदों के वंशज एवं सैकड़ों ग्रामीण एकत्रित हुए थे। लेकिन झामुमो-कांग्रेस सरकार के इशारे पर पुलिस ने निहत्थे आदिवासियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे

भोगनाडीह में आदिवासी समाज पर हुई पुलिसिया बर्बरता की भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने की निंदा घटना को बताया आदिवासी अस्मिता पर हमला, कहा- झामुमो-कांग्रेस सरकार का असली चेहरा हुआ बेनकाब
जमशेदपुर- भारतीय जनता पार्टी जमशेदपुर महानगर के अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने साहिबगंज जिले के भोगनाडीह में हूल दिवस के पावन अवसर पर आदिवासी समाज की ओर से शांतिपूर्ण श्रद्धांजलि कार्यक्रम में एकत्र हुए आदिवासी समाज पर की गई बर्बर पुलिसिया कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आदिवासी समाज की भावना और वीर शहीदों के बलिदान का घोर अपमान बताया जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कहा कि भोगनाडीह की पवित्र भूमि पर हूल क्रांति दिवस मनाने के लिए सिदो-कान्हू मुर्मू हूल फाउंडेशन और आतो मांझी वाशी भोगनाडीह के नेतृत्व में वीर शहीदों के वंशज एवं सैकड़ों ग्रामीण एकत्रित हुए थे। लेकिन झामुमो-कांग्रेस सरकार के इशारे पर पुलिस ने निहत्थे आदिवासियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे
सुधांशु ओझा ने कहा कि यह तानाशाही कार्रवाई झामुमो-कांग्रेस सरकार के आदिवासी विरोधी चेहरे को पूरी तरह से बेनकाब कर दिया है। ये वही अबुआ सरकार है जो खुद को आदिवासियों की हितैषी बताती है तो दूसरी ओर उनके सांस्कृतिक गौरव और ऐतिहासिक विरासत को कुचलने का काम कर रही है। भोगनाडीह में जो हुआ, वह अंग्रेजी हुकूमत की याद दिलाता है, जब सिदो-कान्हू मुर्मू जैसे अनेकों वीरों ने अत्याचार के खिलाफ बिगुल फूंका था। इस घटना ने प्रदेश के आदिवासी समाज एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के मन में रोष की लहर पैदा की है। उन्होंने कहा कि झामुमो-कांग्रेस सरकार की यह बर्बरता और अहंकार निश्चित ही उनके पतन का कारण बनेगी।
भाजपा महानगर अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आदिवासी समाज के सम्मान, अधिकार और विरासत की रक्षा के लिए हर मंच पर संघर्ष करेगी। उन्होंने राज्य सरकार से मांग किया कि इस अमानवीय कार्रवाई के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर अविलंब सख्त कार्रवाई की जाए और घायल ग्रामीणों को समुचित मुआवजा व चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।