बाल विवाह एवं नशा मुक्ति के खिलाफ जन जागरूकता अभियान चलाएगा डालसा नालसा स्कीम के रिफ्रेशर कोर्स से अवगत हुए पीएलवी
जिला विधिक सेवा प्राधिकार जमशेदपुर के अध्यक्ष सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडेय के निर्देशानुसार जिले में हो रहे बाल विवाह तथा युवाओं के नशे की गिरफ्त में आने के खिलाफ डालसा द्वारा जन जागरूकता अभियान चलाया जायेगा इस कार्य में डालसा के पीएलवी सक्रीय भूमिका निभाएंगे सोमवार को उक्त दोनों ज्वलंत मुद्दों के अलावे नेशनल लीगल सर्विस ऑथोरिटी (नालसा) की ओर से जारी किए गए ‘साथी’ अभियान (निराश्रित बच्चों की पहचान एवं आधार कार्ड बनवाना), महिलाओं के हित से जुड़ी ‘जागृति’ अभियान एवं ड्रग्स के बढ़ते प्रचलन पर जागरुकता के माध्यम से रोक लगाना शामिल है

बाल विवाह एवं नशा मुक्ति के खिलाफ जन जागरूकता अभियान चलाएगा डालसा नालसा स्कीम के रिफ्रेशर कोर्स से अवगत हुए पीएलवी
जमशेदपुर – जिला विधिक सेवा प्राधिकार जमशेदपुर के अध्यक्ष सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडेय के निर्देशानुसार जिले में हो रहे बाल विवाह तथा युवाओं के नशे की गिरफ्त में आने के खिलाफ डालसा द्वारा जन जागरूकता अभियान चलाया जायेगा इस कार्य में डालसा के पीएलवी सक्रीय भूमिका निभाएंगे सोमवार को उक्त दोनों ज्वलंत मुद्दों के अलावे नेशनल लीगल सर्विस ऑथोरिटी (नालसा) की ओर से जारी किए गए ‘साथी’ अभियान (निराश्रित बच्चों की पहचान एवं आधार कार्ड बनवाना), महिलाओं के हित से जुड़ी ‘जागृति’ अभियान एवं ड्रग्स के बढ़ते प्रचलन पर जागरुकता के माध्यम से रोक लगाना शामिल है
उक्त तीनों स्कीम से जिले के पीएलवी अवगत हुए इस मौके पर उपस्थित जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में हाल के कुछ वर्षों में नशाखोरी के मामले तेजी से बढ़ें हैं. खासकर युवा वर्ग ड्रग्स की लत से अपना एवं अपने परिवार के करियर बर्बाद कर रहा है. इस पर रोक लगाने का एक ही जरीया जागरूकता है इसके दुष्प्रभाव से लोगों को अवगत कराना है.
उन्होंने सभी पीएलवी को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में नशाखोरी एवं इसके कारोबार को चिन्हित करें. जिससे उन क्षेत्रों में कैंप आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जा सके इसी तरह बाल विवाह पर रोक के लिए कड़े कानून हैं लेकिन अंधविश्वास एवं अशिक्षा के कारण लोग कम उम्र में ही बच्चों की शादी कर रहे हैं. जिसका दुष्परिणाम बाद में सामने आता है. उन्होंने इस संबंध में व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाने पर बल दिया. ट्रेनिंग प्रोग्राम को वरीय मध्यस्थ अधिवक्ता के के सिन्हा ने भी संबोधित किया. प्रशिक्षण शिविर में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के सभी पीएलवी शामिल थे