अपुर पाठशाला बंगला सिखाने का एक सकारात्मक पहल
बंगला के महान साहित्यकार विभूति भूषण बंदोपाध्याय ने उनकी कालजयी उपन्यास,,पथेर पाचाली,, घाटशिला में लिखे थे जिसमें अपुर पाठशाला का उल्लेख है।उस पाठशाला में बंगला की पढ़ाई होती थी।आज जब झारखंड में बंगला स्कूल और बंगला पढ़ाना बंद हो गया है तब कुछ वर्षों पहले घाटशिला स्थित विभूति भूषण के गौरी कुंज में बंग भाषी बच्चे को निःशुल्क बंगला भाषा की शिक्षा देने के लिए पहला अपुर पाठशाला स्कूल खोला गया है

अपुर पाठशाला बंगला सिखाने का एक सकारात्मक पहल
पोटका हाता – बंगला के महान साहित्यकार विभूति भूषण बंदोपाध्याय ने उनकी कालजयी उपन्यास,,पथेर पाचाली,, घाटशिला में लिखे थे जिसमें अपुर पाठशाला का उल्लेख है।उस पाठशाला में बंगला की पढ़ाई होती थी।आज जब झारखंड में बंगला स्कूल और बंगला पढ़ाना बंद हो गया है
तब कुछ वर्षों पहले घाटशिला स्थित विभूति भूषण के गौरी कुंज में बंग भाषी बच्चे को निःशुल्क बंगला भाषा की शिक्षा देने के लिए पहला अपुर पाठशाला स्कूल खोला गया है जहां प्रति रविवार को बच्चे को निःशुल्क बंगला भाषा की शिक्षा दी जाती है।2022 में जमशेदपुर में पहला बंग उत्सव हुआ जहां कोल्हान के गांव और शहर के बंगभाषियों ने भाग लिया था।उस सम्मेलन में हाता के माताजी आश्रम के भक्तगण भी काफी संख्या में भाग लिया था।उस सम्मेलन से प्रेरित होकर बंगला भाषा के प्रचार और प्रसार के लिए सुनील कुमार दे के नेतृत्व में गांव गांव में अपुर पाठशाला खोलने का निर्णय लिया गया।
माताजी आश्रम के सहयोग से पहला अपुर पाठशाला माताजी आश्रम में दिनांक 15 अप्रैल 2023 को खोला गया दूसरा पाठशाला दिनांक 9 मई 2023 को राधा गोविंद सेवा समिति कालिकापुर में खोला गया।तीसरा अपुर पाठशाला दिनांक 1 जून 2023 को बंगला क्लब खाएरपाल में खोला गया।चौथा अपुर पाठशाला बड़ा भूमरी में 11 जून 2023 को खोला गया।पांचवा अपुर पाठशाला पटमदा में दिनांक 5 जुलाई 2023 को खोला गया।छठा अपुर पाठशाला रसुनचोपा में दिनांक 1 अक्टूबर 2023 को खोला गया।सातवां अपुर पाठशाला पोड़ा भालकी में दिनांक 8 अक्टूबर 2023 को खोला गया 8 वां अपुर पाठशाला बड़ा भालकी गांव में और 9 वां अपुर पाठशाला जामदा में दिनांक 30 अक्टूबर 2023 को खोला गया।10 वा अपुर पाठशाला एडल गांव के तेली पाड़ा में दिनांक 7 जनवरी 2024 को खोला गया।11 वा अपुर पाठशाला पड़ाडीहा गांव में दिनांक 21 जनवरी 2024 को खोला गया।12 वां अपुर पाठशाला गितिलता में दिनांक 7 फरवरी 2024 को खोला गया।13 वा अपुर पाठशाला उत्क्रमित उच्च विद्यालय शंकर दा में दिनांक 13 फरवरी 2024 को खोला गया। 14 वां अपुर पाठशाला एडल गांव के बामुन पाड़ा में दिनांक 17 फरवरी 2024 को खोला गया।15 वां अपुर पाठशाला जुड़ी गांव में दिनांक 18 फरवरी 2024 को खोला गया।16 वा अपुर पाठशाला जानम डीह पायनियर इंग्लिश स्कूल में दिनांक 7 अप्रैल 2025 को खोला गया।17 वां अपुर पाठशाला सरस्वती शिशु मंदिर कोवाली में दिनांक 7 मई 2025 को खोला गया।18 वां अपुर पाठशाला शंकरदा गांव में 31 महिला समूह के बीच दिनांक 3 जून 2025 को खोला गया।19 वां अपुर पाठशाला काशीडीह टोला में गोप कोचिंग सेंटर में दिनांक 4 जून को खोला गया।20 वां अपुर पाठशाला कोवाली में विकास इंफोटेक में दिनांक 4 जून 2025 को खोला गया। 21 वां अपुर पाठशाला जामबनी गांव में दिनांक 8 जून 2025 को खोला गया।
अभी तक माताजी आश्रम के सहयोग से 21 और झारखंड में 31 अपुर पाठशाला खोला गया है।अपुर पाठशाला के माध्यम से बंगभाषी बच्चे को अपनी मातृभाषा बंगला की शिक्षा देने का एक सकारात्मक पहल है जो बंगभाषी समाज में अच्छा प्रभाव पड़ रहा है।यह प्रयास जारी रहेगा उक्त जानकारी सुनील कुमार दे माताजी आश्रम हाता ने दी है