अनावश्यक रूप से अलार्म चेन खींचने से होने वाली समस्याएं
इस वर्ष अप्रैल माह में चक्रधरपुर रेल मंडल में अलार्म चेन खींचने के 68 मामले सामने आए, जबकि मई में 56 मामले सामने आए। इस संबंध में अप्रैल में 63 और मई में 49 गिरफ्तारियां की गईं। प्रत्येक मामले में रेलवे द्वारा उचित कार्रवाई की गई है

अनावश्यक रूप से अलार्म चेन खींचने से होने वाली समस्याएं
ट्रेनों में अलार्म चेन के दुरुपयोग से रेलवे संचालन में गंभीर व्यवधान उत्पन्न होता है। चलती ट्रेन में अलार्म चेन को अनावश्यक रूप से खींचने से अनिर्धारित ठहराव होता है जिससे उसकी यात्रा में काफी देरी होती है। परिणामस्वरूप, न केवल विशेष ट्रेन में देरी होती है बल्कि मार्ग पर अन्य ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित होती है। इस तरह की हरकतों से यात्रियों में काफी असुविधा और चिंता होती है और रेलवे लाइन पर भीड़ बढ़ जाती है। इससे ट्रेन चालक दल और नियंत्रण कर्मचारियों पर भी अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिन्हें फिर देरी का प्रबंधन करना पड़ता है।
इस वर्ष अप्रैल माह में चक्रधरपुर रेल मंडल में अलार्म चेन खींचने के 68 मामले सामने आए, जबकि मई में 56 मामले सामने आए। इस संबंध में अप्रैल में 63 और मई में 49 गिरफ्तारियां की गईं। प्रत्येक मामले में रेलवे द्वारा उचित कार्रवाई की गई है
अलार्म चेन एक महत्वपूर्ण सुरक्षा उपकरण है जो केवल आपातकालीन स्थितियों के लिए है। इस सुविधा का दुरुपयोग न केवल अवैध है बल्कि बेहद गैर-जिम्मेदाराना भी है। यह उस पूरी व्यवस्था को बाधित करता है, जो प्रतिदिन लाखों यात्रियों को सेवा प्रदान करती है।
इसलिए, यात्रियों को सलाह दी जाती है कि जब तक बहुत जरूरी न हो, अलार्म चेन खींचने से बचें। एक व्यक्ति द्वारा की गई लापरवाही कई लोगों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है।