बहुजन विरोधी,संविधान के मूल प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्ष/समाजवाद शब्द हटाने का सपना सफल नहीं होगा – कैलाश यादव
देश की आजादी से पूर्व और वर्तमान समय तक भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ हिन्दू महासभा के नाम से बाबा साहब आम्बेडकर का प्रतिकार करते रहा है, आजादी के बाद संविधान निर्माता बाबा साहब अम्बेडकर ने भारत का समग्र समाज और सामाजिक न्याय और न्यायिक संप्रभुता के रक्षा के लिए चट्टान की तरह मजबूत संविधान बनाया है जिसके तहत न्यायपालिका विधायिका और कार्यपालिका को संपूर्ण अधिकार देने के साथ बहुमत का दुरुपयोग रोकने एवं जनविरोधी बिल लाने व असंवैधानिक निर्णय लेने पर बैरियर भी लगाया है

बहुजन विरोधी,संविधान के मूल प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्ष/समाजवाद शब्द हटाने का सपना सफल नहीं होगा – कैलाश यादव
रांची- आज प्रदेश राजद महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव ने आर एस एस के कार्यवाहक सर संचालक होसबोले दत्तात्रेय और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा संविधान के मूल प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्ष और समाजवाद शब्द हटाने की बात कहने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त किया है
श्री यादव ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक एवं सेक्युलर देश है जहां हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध धर्म के मानने वाले लोगों की बहुसंख्यक तादाद है ! इन सभी धर्मों के बोली विचार खान पान रहन सहन भिन्न है आजादी के 75 वर्ष बाद भी भारत एक कृषि प्रधान देश है यहां आज भी देश की 80 फीसदी बड़े हिस्से परिवार पांच किलो मुफ्त अनाज पर निर्भर रहता है
भाजपा और आर एस एस का संविधान विरोधी विचारधारा देश की जनता के सामने आ गया है ! विदित है कि विगत लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के कई सांसद नेता 400 सीट जीतने की बात कर संविधान बदलने की बात कहते थे जिसका आज RSS नेता दत्तात्रेय और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उजागर कर दिया
देश की आजादी से पूर्व और वर्तमान समय तक भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ हिन्दू महासभा के नाम से बाबा साहब आम्बेडकर का प्रतिकार करते रहा है, आजादी के बाद संविधान निर्माता बाबा साहब अम्बेडकर ने भारत का समग्र समाज और सामाजिक न्याय और न्यायिक संप्रभुता के रक्षा के लिए चट्टान की तरह मजबूत संविधान बनाया है जिसके तहत न्यायपालिका विधायिका और कार्यपालिका को संपूर्ण अधिकार देने के साथ बहुमत का दुरुपयोग रोकने एवं जनविरोधी बिल लाने व असंवैधानिक निर्णय लेने पर बैरियर भी लगाया है
श्री यादव ने कहा कि आर एस एस और भाजपा का संविधान के मूल प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्ष और समाजवाद शब्द हटाने की मंशा देश के लिए बेहद घातक हो सकती है देश की बहुजन आबादी की रक्षा और सामाजिक उत्थान एवं एकता का प्रतीक है धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद शब्द नब्बे फीसदी आबादी वाले निम्न मध्यम वर्ग के सामाजिक सांस्कृतिक एवं आर्थिक विकास के अनेकों आदर्श प्रणेता बाबा साहब आंबेडकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पंडित नेहरू मौलाना अब्दुल कलाम आजाद राममनोहर लोहिया चौधरी चरण सिंह चंद्रशेखर काशीराम मुलायम सिंह यादव शरद यादव कर्पूरी ठाकुर लालू प्रसाद यादव जैसे कई जननायकों ने हौसला अफजाई कर इनके मौलिक अधिकारों का रक्षा किया और हक दिलाने का काम किया है
राजद पूरे दम खम से किसी भी हालात में भाजपा और संघ के धर्मनिरपेक्ष और समाजवाद शब्द हटाने की मंशा को सफल नहीं होने देगा