22 जून 2025 को राँची स्थित डाक्टर राम दमाल मुण्डा जनजातीय शोध संस्थान में आल भारखंड स्टूडैंटस युनियन (आजसू का 40 वाँ स्थापना दिवस सम्पन्न हुआ
जमशेदपुर- 22 जून 2025 को राँची स्थित डाक्टर राम दमाल मुण्डा जनजातीय शोध संस्थान में आल भारखंड स्टूडैंटस युनियन (आजसू का 40 वाँ स्थापना दिवस सम्पन्न हुआ उक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारखंड राज्य शुक्र विश्वविद्यालय, रांची के कुलपति डॉ. त्रिवेणी नाथ साहू आमंत्रित थे उन्हीं के हाथों में 100 (सी) झारखंड राज्य निर्माण कुन्ताओं की ” निर्णायक -भारखंड आन्दोलन के नायक” उपाधि देकर सम्मानित किया गया उनमें से शहीद निर्मल कुमार महतो, आजसू के पूर्व संरक्षक शहीद-सुनील कुमार महतो, पूर्व सांसद, जमशेदपुर आजसू के सलाहकार रहे स्व. डॉ. राम दमाल मुण्डा, स्व० डॉ० बी० पी० केशरी, स्व. डॉ. पशुपति प्रसाद महतो, स्व० डॉ० निर्मल मिजे, आजसू के संस्थापक, त्यागी विधायक सूर्य-सिंह बेसन, आजसू के संस्थापक अध्यक्ष प्रभाकर तिर्की, आजसू के पूर्व अध्यक्ष ललित कुमार महतो, पत्रकारों में स्वर्गीय सुनील वरण-बनर्जी, प्रबल महतो, श्री मधुकर, श्री विकल्सलम, कवि कुमार आदि
प्रस्तावना -① ऑल झारखंड स्टूडेंटस युनियन (आजूस) जो स्वतंत्र छात्र संगठन है-उसे पुर्नजीवित और पुर्नगठित किया जायेगा। उसका “विशेष महाधिवेशन आगामी 25 सितम्बर को रांची में महाधिवेशन आयोजित किया जायेगा। उसके लिए “आजसु पुनर्गठन कमिटी” बनायी गई है जिसमें संरक्षक के रूप में आजसू के संस्थापक सूर्य सिंह बेसरा, संस्थापक अध्यक्ष प्रभाकर तिर्की तथा मुख्य संयोजक ललित कुमार महतो को कार्यभार सौंपी गई है। इसके अलावे संयोजक मंडली में कुल 40 लोगों को शामिल किया गया है। परिकल्पित” बृहद झाखंड और बेहतर झाड़खंड” की सपनों को
प्रस्तावना
परिकल्पित झाड़खंड साकार करने के लिए वर्तमान भारखंड राज्य में भारत का संविधान के अनुच्छेद-3 (ख) के प्रावधानों के तहत पश्चिम बंगाल के तीन
जिले क्रमशः मिदनापुर पुरुलिया, बाँकड़ा, ओडिशा राज्य के चार जिले मनुरगंज, क्यांकर, सम्बलपुर, सुन्दरगढ़, ४ चीसगढ़ राज्य के दो जिले सरगुजा, रामगढ़ तथा तथा बिहार राज्य के बाँका, जमुई और भागलपुर के बावा तिलका मांझी क्षेत्रों को भी शामिल किया जायेगा, उसके लिए फिर से आलस के तर्ज पर हुलगुलान होगा। प्रस्तावना झारखंड आन्दोलनकारी सेनानियों को आयोग द्वारा चिन्हित करण के लिए जेल जाने की बाध्यता को समाप्त कर सभी को एक समान पेंशन मान सम्मान तथा प्रत्येक को मासिक 30 हजार पेंशन तथा आश्रित परिवारों को सरकारी नौकरी की गारंटी दिया जाय। प्रस्तावना ④ छात्र के समन्वय समिति” का पुर्वगठन किया जायेगा।
भारत स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के नेतृत्व में गरम दल “आजाद हिन्द फौज” की जो इतिहास रही है, उसी के भांति झाड़खंड राज्य की निर्माण में “ऑल झाड़खंड स्टूडेंट्स युनियन (आजसू) की भूमिका रही है
आपकी सर्मपित भावना से झाड़खंड राज्य निर्माण में निर्णायक भूमिका रही है। “ऑल झाड़खंड स्टूडेंट्स, यूनियन (आजसू) द्वारा 1989 में 72 घंटे झाड़खंड बंद के परिणामस्वरूप पाँच दशक पुरानी, जो चुनावी राजनीतिक गतिविधि तक सीमित थी, अचानक विस्फोटक स्थिति उत्पन्न हुई। और तो और मृतः प्राय झाड़खंड आन्दोलन की न सिर्फ दशा और दिशा ही बदली, बल्कि झाड़खंड आन्दोलन के इतिहास में पहली बार भारत सरकार और आजसू आन्दोलनकारियों के साथ “झाड़खंड मुद्दे पर त्रिपक्षीय वार्ताः” सम्पन्न हुई थी । झाड़खंड राज्य का निर्माण इसी का परिणाम है। यह स्वर्ण अक्षरों में लिपिबद्ध है। आपकी आत्मोत्सर्ग त्याग और बलिदान अविष्मरणीय सहभागिता गौस्वमय स्मृति के लिए “निर्णायक झाड़खंड आन्दोलन के नायक” सम्मान से विभूषित किया जाता है।