पौरोहित्य बन्धुओं ने कई पंचांग का अध्ययन करने पर पाया की होलिका दहन 13 मार्च बृहस्पति वार की रात्रि 10:37 के बाद स्थानीय समय जोड़ कर होलिका दहन 14 मार्च शुक्रवार को पूर्णिमा का व्रत कथा आदि एवं धुलण्डी, विभूति धारण, तथा 15 मार्च शनिवार को आपसी प्रेम सौहार्द एवं रंगों का त्यौहार होली मनाई जायेगी
15 मार्च शनिवार को आपसी प्रेम सौहार्द एवं रंगों का त्यौहार होली मनाई जायेगी

जमशेदपुर- धर्म रक्षिणी पौरोहित्य महासंघ के पदाधिकारियों के साथ कोर कमिटी की एक महत्वपूर्ण बैठक आनंदेश्वर मंदिर में हुई जिसमें होलिका दहन एवं होली कब किस दिन और किस समय मनाना शास्त्र सम्मत है? इस बात पर चर्चा हुई सभी पौरोहित्य बन्धुओं ने कई पंचांग का अध्ययन करने पर पाया की होलिका दहन 13 मार्च बृहस्पति वार की रात्रि 10:37 के बाद स्थानीय समय जोड़ कर होलिका दहन 14 मार्च शुक्रवार को पूर्णिमा का व्रत कथा आदि एवं धुलण्डी, विभूति धारण, तथा 15 मार्च शनिवार को आपसी प्रेम सौहार्द एवं रंगों का त्यौहार होली मनाई जायेगी
बैठक में संघ अध्यक्ष पंoबिपिन कुमार झा, उपाध्यक्ष पंoदिलीप कुमार पाण्डेय, पंoरामअवधेश चौबे,सचिव पंoउमेश शास्त्री, कोषाध्यक्ष पंoसुधीर झा, मिडिया प्रभारी पंo मुन्ना पाण्डेय,पंoसत्येंद्र शास्त्री,पंo अमित शर्मा, पंo विश्वेश्वर पाण्डेय,पंo गोपाल झा, पंo वृजकिशोर शास्त्री, पंo संजय उपाध्याय आदि शहर के कई प्रबुद्ध पौरोहित्य बंधु शामिल हुए। सभी ने होली पर्व को पुरानी राग द्वेष को भुलाकर आपसी प्रेम और सौहार्द पूर्वक रसायनिक रंगों का उपयोग कम से कम करते हुए सुंदर अबीर ग़ुलाल एवं पुष्प से सुरक्षित होली मनाने का निवेदन किया