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जन सूचना पदाधिकारी उपायुक्त का कार्यालय पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर से समाज सेवी जवाहर लाल शर्मा ने  जनता दरबार के विषय में सूचना अधिकार के तहत कुछ जानकारी मांगी है 

एक व्यक्ति जिसका नाम जयप्रकाश दास है, जो दलित समाज से है और जो देवनगर, साकची के रहने वाले हैं, उनका केस आपके पास पिछले 8-10 वर्षों से लटका हुआ है यह केस क्यों लटका हुआ है कारण बतायें

जन सूचना पदाधिकारी उपायुक्त का कार्यालय पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर से समाज सेवी जवाहर लाल शर्मा ने  जनता दरबार के विषय में सूचना अधिकार के तहत कुछ जानकारी मांगी है

जमशेदपुर- जमशेदपुर में उपायुक्त द्वारा प्रति सप्ताह दो दिन अर्थात मंगलवार और शुक्रवार को जनता दरबार लगाकर आम लोगों कि शिकायतें सुनी जाती है और उसका निदान किया जाता है। मेरा अनुमान है कि एक साल में करीब-करीब 96 बार जनता दरबार लगता है और करीब करीब 4000 से 5000 हजार लोग जनता दरबार में सभी प्रकार के लोग विशेषकर दूर-दराज के आदिवासी, गरीब, विकलांग लोग तथा महिलाएं भी घंटों इंतजार कर तथा सैकड़ों रूपये आने-जाने का भाड़ा खर्च कर जनता दरबार में अपनी समस्या उपायुक्त और अन्य अधिकारियों तक पहुंचा पाते है। बहुत से लोग तो निराश होकर बिना मिले ही लौट जाते हैं

उनमें से कुछ लोगों की समस्या तुरन्त या दो-पाँच दिनों में हल हो जाती है। पर अधिकांश लोगों की समस्या हल होने में महीनों या वर्षों और कभी-कभी 10 से 12 वर्ष भी लग जाते हैं. और कुछेक समस्याओं का अकसर हल भी नहीं निकलता है

आमतौर पर जनता दरबार में आये लोग ही अपनी संतुष्टि अथवा निराशा के आधार पर ही राज्य सरकार की छवि का निर्माण करते हैं। वर्तमान में भारी बहुमत से चुनी गई हेमन्त सोरेन की सरकार की छवि का निर्माण वास्तव में ये ही भुक्तभोगी लोग करते हैं राजनितिज्ञों की बात छोड़ दीजिए, मैं उनकी बातों में नहीं जाना चाहता। मैं केवल संवैधानिक बात कर रहे हैं पर उपायुक्त तथा उनके अधीन काम करने वाले अन्य अधिकारी तथा कर्मचारी ही इसके लिए जिम्मेवार होते हैं, इनकी निष्ठा व ईमानदारी ही सरकार की छवि निर्धारण करती है। ये वही लोग हैं जो पब्लिक सर्वेंट कहलाते हैं तथा जनता के टैक्स के पैसे से भारी-भरकम वेतन तथा अन्य सुविधा पाते हैं अतः सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत मुझे निम्नलिखित सूचना देने की कृपा करें। दस रूपये का पोस्टल ऑर्डर नं० 64F948585 संलग्न है।

(1) पिछले एक साल में कितनी बार जनता दरबार लगाया गया है? संख्या बतायें

(2) जनता दरबार में उपस्थित लोगों की कुल संख्या बतायें? साल भर का जो रजिस्टर में दर्ज है।

(3) कितने लोगों कि समस्याओं का समाधान हुआ है? संख्या बतायें।

(4) कितने लोगों कि समस्या वर्षों से लटकी हुई है? कृपया संख्या बतायें।

(5) मैं एक उदाहरण केस स्टडी के रूप में उसकी छायाप्रति संलग्न कर रहा हूँ। एक व्यक्ति जिसका नाम जयप्रकाश दास है, जो दलित समाज से है और जो देवनगर, साकची के रहने वाले हैं, उनका केस आपके पास पिछले 8-10 वर्षों से लटका हुआ है यह केस क्यों लटका हुआ है. कारण बतायें? केस की छायाप्रति संलग्न है।

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